tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post4231835532970254611..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: तुझसे नाराज़ नहीं...गिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-18187836784941131352011-09-26T14:27:57.079+05:302011-09-26T14:27:57.079+05:30:):)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-25741065713498995342011-09-25T08:17:27.599+05:302011-09-25T08:17:27.599+05:30भाई मेरे स्कूल का मीटर बॉक्स का फोटो है ये!भाई मेरे स्कूल का मीटर बॉक्स का फोटो है ये!गंगेश रावhttps://www.blogger.com/profile/10791109109633152718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-90974089786496695942011-09-25T06:48:21.474+05:302011-09-25T06:48:21.474+05:30हमको तो लग रहा है किसी के दिमाग का खांचा है , जहाँ...हमको तो लग रहा है किसी के दिमाग का खांचा है , जहाँ या तो शोर्ट सर्किट हो चुका या होने वाला है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-11350907575938878042011-09-25T00:43:12.674+05:302011-09-25T00:43:12.674+05:30दिमाग की उलझन.दिमाग की उलझन.muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-20376839531170697322011-09-24T23:03:31.695+05:302011-09-24T23:03:31.695+05:30ढक्कन स्मैकिया ले गया है , २ किलो माल है, २५ रुपय्...ढक्कन स्मैकिया ले गया है , २ किलो माल है, २५ रुपय्या पक्का ! रक्षक ऐश कर रहे हैं !<br /><br />एक आध मर गया तो क्या कमी हो जायेगी १२० करोड़ से ऊपर हैं !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-15038753420228959362011-09-24T22:59:51.229+05:302011-09-24T22:59:51.229+05:30भयावह स्थिति है, नियमों में सख्त सजा की कमी, ऐसे ह...<b><br />भयावह स्थिति है, नियमों में सख्त सजा की कमी, ऐसे ही उदाहरण दिखलाएगी !<br /><br />हर तरफ लापरवाही नज़र आती है ! शुभकामनायें देश वासियों को ! </b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-59283887779441391482011-09-24T22:02:55.850+05:302011-09-24T22:02:55.850+05:30एक चित्र सौ बातें कह जाता है।एक चित्र सौ बातें कह जाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-30920626925167932242011-09-24T21:58:24.447+05:302011-09-24T21:58:24.447+05:30जिंदगी को यूँ उधेड़ कर देखेंगे तो यही होगा..माथा प...जिंदगी को यूँ उधेड़ कर देखेंगे तो यही होगा..माथा पीटना पड़ेगा। जिंदगी उधेड़ी नहीं जाती हौले-हौले सिली जाती है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-73582124905064623682011-09-24T21:51:45.835+05:302011-09-24T21:51:45.835+05:30यह क्या चीज है भला…यह क्या चीज है भला…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-42431298923344899162011-09-24T21:44:23.530+05:302011-09-24T21:44:23.530+05:30.
.
.
हाँ, हमारी सरकारी इमारतों में इस तरह के सर्क....<br />.<br />.<br />हाँ, हमारी सरकारी इमारतों में इस तरह के सर्किट बोर्ड दिखना आम बात है... यह भी सही है कि बेचारा इलेक्ट्रिशियन जिंदगी से नाराज नहीं... पर जिंदगी का क्या जब चाहे नाराज हो जाये उस से... बोर्ड हथियार बनेगा तब, नाराजगी दिखाने का...<br /><br /><br /><br />...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-76026329226178900252011-09-24T21:37:36.269+05:302011-09-24T21:37:36.269+05:30चित्र और व्याख्या का कौशल निरखना दिलचस्प है।चित्र और व्याख्या का कौशल निरखना दिलचस्प है।Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-7454423525381534912011-09-24T21:31:11.396+05:302011-09-24T21:31:11.396+05:30सच कहा, नाराज़गी की नहीं हैरानगी की बात है. पर हकी...सच कहा, नाराज़गी की नहीं हैरानगी की बात है. पर हकीकत यही है.<br />निगेटिव, पोजिटिव, न्यूट्रल ...और इन्हीं के आसपास घूमता सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड. यही हमारे अन्दर है और यही हमारे बाहर भी .<br />जितने अर्थ खोजो ..मिलते जायेंगे. .......<br />इस एब्सट्रैक्ट की जितनी भी व्याख्या करो कम ही है.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-45018945509673827152011-09-24T21:04:12.830+05:302011-09-24T21:04:12.830+05:30गिरिजेश का लेखक रूप देखा, रेखाचित्र देखे और अब यह ...गिरिजेश का लेखक रूप देखा, रेखाचित्र देखे और अब यह ऐब्स्ट्रैक्ट कला - किसी गैलरी में लगाने के बारे में सोचिये महाराज!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-90931652894538071902011-09-24T20:59:04.488+05:302011-09-24T20:59:04.488+05:30ई का है भाईई का है भाईArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-31466036255194221882011-09-24T20:47:12.148+05:302011-09-24T20:47:12.148+05:30का ज़िन्दगी मा इतनी भूल-भुलैया है ?का ज़िन्दगी मा इतनी भूल-भुलैया है ?संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.com