tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post4992678122735013698..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: आभासी संसार का होलिका दहनगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-2203711424547328372010-02-08T15:39:00.281+05:302010-02-08T15:39:00.281+05:30देर से ही सही, हम शामिल हो रहे इस फाग महोत्सव में ...देर से ही सही, हम शामिल हो रहे इस फाग महोत्सव में ! पहुँच रहे हैं हर ठौर !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-10912139236448106932010-02-07T16:33:57.772+05:302010-02-07T16:33:57.772+05:30बसंत ने तो वैसे ही मन को मोह लिया है आपके इस अनूठ...बसंत ने तो वैसे ही मन को मोह लिया है आपके इस अनूठे प्रयोग ने अपना स्नेहिल रंग चढ़ा दिया है |<br />शुभकामनायेशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-54161790688805548762010-02-06T20:48:18.669+05:302010-02-06T20:48:18.669+05:30मैं तो भीग गया अंदर बाहर सब.मैं तो भीग गया अंदर बाहर सब.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-16692448416727746562010-02-05T22:19:23.933+05:302010-02-05T22:19:23.933+05:30इस आभासी होली का कंसेप्ट तो बहुत ही उम्दा है..काश ...इस आभासी होली का कंसेप्ट तो बहुत ही उम्दा है..काश सबलोग अपने गिले-शिकवे इस होलिका दहन में अर्पित कर दें और सौहार्दपूर्ण माहौल कायम हो जाए..rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-74041554216564167722010-02-05T07:24:09.862+05:302010-02-05T07:24:09.862+05:30---एक नई शरुआत-------एक नई शरुआत----तनु श्रीhttps://www.blogger.com/profile/08137749476720593975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-87996416807801394722010-02-04T23:53:18.654+05:302010-02-04T23:53:18.654+05:30अभी से होलियाना शुरू ?अभी से होलियाना शुरू ?शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-25836087349925499602010-02-04T23:12:50.695+05:302010-02-04T23:12:50.695+05:30देवसूफी जी,
अवसाद से मुक्ति की चाह उल्लास पर्व की...देवसूफी जी,<br /><br />अवसाद से मुक्ति की चाह उल्लास पर्व की ओर ले जाती है और हम बहाने ढूँढ़ कर भी प्रसन्न हो लेते हैं। बसंत पर्व तो प्रकृति का पर्व है, उल्लास स्वाभाविक है। <br />संभवत: मन हल्का हो तो मस्तिष्क भी वह उड़ान ले सके जो आप ले रहे हैं। <br />समस्याएँ हैं इसलिए तो पर्व और मनाए जाने चाहिए। शोभा न आए न सही, कुछ देर आह्लादित होने को तो मिल जाता है। <br />मौलिक क्या नकलची विचारक भी सब को संतुष्ट नहीं कर सकता। लोग अपने अपने ढंग से सोचते हैं। आप की बातें प्रचलित मान्यताओं को तोड़ती हैं लेकिन जब तक आप सप्रमाण नहीं बताएँगे, लोग नहीं खिंचेंगे। इससे आप का उद्देश्य ही बाधित होगा। आशा है आप समझ रहे होंगे।<br /><br />सादर आभार,गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-1894843864652551592010-02-04T21:59:11.320+05:302010-02-04T21:59:11.320+05:30बहुत ही उम्दा.बहुत ही उम्दा.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-71891324701695247772010-02-04T21:34:03.498+05:302010-02-04T21:34:03.498+05:30sab kuch to aabhasio hi ho gaya hai na to holi kai...sab kuch to aabhasio hi ho gaya hai na to holi kaise bachi rahegi ---achha prayas hai humen bhi pasand haiDr. Rajrani Sharmahttps://www.blogger.com/profile/16260807586444192043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-44347144861319641582010-02-04T19:46:15.649+05:302010-02-04T19:46:15.649+05:30यह भी खूब रहेगी...
क्या विचार है...यह भी खूब रहेगी...<br />क्या विचार है...रवि कुमार, रावतभाटाhttp://ravikumarswarnkar.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-70894053478629917012010-02-04T16:30:44.979+05:302010-02-04T16:30:44.979+05:30waah....bahut jarurat thi ese holika dahan ki....waah....bahut jarurat thi ese holika dahan ki....shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-53479755798723366982010-02-04T14:23:02.718+05:302010-02-04T14:23:02.718+05:30बहुत सार्थक सोंच .. शुभकामनाएं !!बहुत सार्थक सोंच .. शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-34361804953061921372010-02-04T14:18:54.917+05:302010-02-04T14:18:54.917+05:30भारत अनेक विरोधाभासी जातियों और विचारधाराओं का घर ...भारत अनेक विरोधाभासी जातियों और विचारधाराओं का घर बन गया है पिच्छाले २००० वर्षों में. इस कारण सबलो खुश करना संभव नहीं है किसी भी मौलिक विचारक के लिए. यहाँ तो बस संरूपण (कनफॉर्मिज़म) ही पनपा है और पनपाया जा रहा है. यही कारण देश और नागरिकों की समस्याएँ विकराल रूप धारण करती जा रहीं हैं. इस सब के बीच होली का जश्न कितनी शोभा बढ़ा सकेगा.राम बंसल/Ram Bansalhttps://www.blogger.com/profile/10182040999161020512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-63750742057000628052010-02-04T10:55:09.765+05:302010-02-04T10:55:09.765+05:30इस प्रयास की बहुत जरूरत है । धन्यवाद और शुभकामनाये...इस प्रयास की बहुत जरूरत है । धन्यवाद और शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-89807111191210072992010-02-04T10:30:42.455+05:302010-02-04T10:30:42.455+05:30ऐसा ही होना चाहिए ..
आपकी दिली - ख्वाहिश पूरी हो ,...ऐसा ही होना चाहिए ..<br />आपकी दिली - ख्वाहिश पूरी हो , ऐसी भगवान् से प्रार्थना है , सर्वाधिक तो मदन-देव से !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-64934900041035607662010-02-04T09:34:16.929+05:302010-02-04T09:34:16.929+05:30आपकी इस सोच के लिये बहुत शुभकामनाएं. यशस्वी भव.
र...आपकी इस सोच के लिये बहुत शुभकामनाएं. यशस्वी भव.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-85383566004660386612010-02-04T09:19:32.840+05:302010-02-04T09:19:32.840+05:30गिरिजेश बाबू, होली के मौके पर जरा वह फटा शर्ट निका...गिरिजेश बाबू, होली के मौके पर जरा वह फटा शर्ट निकालना तो, झाड झूड कर दिजियेगा न पता चलेगा कि कोई झेंगुर सेंगुर उसमें बैठा बीटी बैंगन खा रहा हो और वो लुंगी किसलिये बचा कर रखे हैं, जरा उसे भी दो भई। फटे लुंगी, फटे शर्ट, झड चुकी पैंट ऐसे वक्त बहुत काम आते हैं :)<br /><br /> क्या कहा ? मेरा खुद का शर्ट। अरे मेरा वाला फटा शर्ट तो पाबला जी ले गये और पाबला जी वाली शर्ट पुसदकर जी ने ले लिया है। और सुन रहा हूं कि पुसदकर जी से आप भी फटी शर्ट मागने गये थे लेकिन उसे पहले ही अनूप जी लटकाए घूम रहे हैं :)<br /><br />तो ? <br /><br /> अब आप कुछ इंतजाम करो भई, मिल बैठ कर एकाध शर्ट का इंतजाम करो। <br /><br /> लो वो देखो, समीर जी तो खुद अनूप जी की लुंगी पहन कर निकल भागे हैं और महफूज जी उनके पीछे पीछे बनियान पहने भाग रहे हैं यह कहते कि मेरा जांघिया तो देते जाओ :) <br /><br /> फगुनाहट की आहट के बीच बुरा न मानो...होली है :)सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-17859984665619100742010-02-04T08:45:55.202+05:302010-02-04T08:45:55.202+05:30काश कि अबगे ....फ़ाग बिठा दे सबके गुस्से की झाग .....<i> <b> काश कि अबगे ....फ़ाग बिठा दे सबके गुस्से की झाग ....अईसन चढे होली का रंग और पानी ,,,बुझ जाई ई आग .........का हो बाबू ...जोगी जी सारारारा .... </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-41504844927036495132010-02-04T08:35:36.927+05:302010-02-04T08:35:36.927+05:30सार्थक प्रयास ...विजयी भव ...!!सार्थक प्रयास ...विजयी भव ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-84948149351937534072010-02-04T08:34:53.613+05:302010-02-04T08:34:53.613+05:30इस आयोजन पर बहुत साधुवाद -मगर क्या वे मान जायेगें ...इस आयोजन पर बहुत साधुवाद -मगर क्या वे मान जायेगें ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-68751581606226726602010-02-04T08:21:16.252+05:302010-02-04T08:21:16.252+05:30यह सही और सार्थक कदम है.यह सही और सार्थक कदम है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-76081381783988125652010-02-04T08:19:46.952+05:302010-02-04T08:19:46.952+05:30सार्थक रंग चढ़ना स्वाभाविक है...।
आभार..।सार्थक रंग चढ़ना स्वाभाविक है...।<br />आभार..।हेमन्त कुमारhttps://www.blogger.com/profile/01073521507300690135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-62424460742488432932010-02-04T08:14:10.218+05:302010-02-04T08:14:10.218+05:30सैल्यूट इस निर्मल प्रयोग को..!
ली-हो..ली-हो....हो-...सैल्यूट इस निर्मल प्रयोग को..!<br />ली-हो..ली-हो....हो-ली...!!!Dr. Shreesh K. Pathakhttps://www.blogger.com/profile/09759596547813012220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-84119130493424375242010-02-04T07:18:00.974+05:302010-02-04T07:18:00.974+05:30Kash is holi Hindostaan me ho pata...
achchha pray...Kash is holi Hindostaan me ho pata...<br />achchha prayas..<br />Jai Hind...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.com