tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post8299595169512411630..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: राजमहल की डिनर टेबल से (भाग - 1)गिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-59336166742954573662012-10-09T21:02:20.972+05:302012-10-09T21:02:20.972+05:30एक बात तो तय है कि इस लेख को कोई समाचार पत्र यूं ह...एक बात तो तय है कि इस लेख को कोई समाचार पत्र यूं ही मुफ़्त में उड़ा कर छापने की कोशिश्ा नहीं करेगा :) बल्कि उसकी कोशिश होगी कि वह पहले आपसे एक एफ़ीडेविट साइन करा ले कि मैं होशोहवास में घोषणा करता हूं कि इस लेख के बारे में समाचार पत्र की कोई ज़िम्मेदारी बिल्कुल नहीं होगी बल्कि मैँ स्वयं इसका उत्तरदायी हूँ.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-31647443734347076082012-10-09T20:49:50.748+05:302012-10-09T20:49:50.748+05:30गज़ब ....गज़ब ....Padm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-2535180138335245082011-12-25T12:19:12.183+05:302011-12-25T12:19:12.183+05:30धांसु व्यंग्य, राजमहल के वाच डॉग से भी दोस्ती बनाई...धांसु व्यंग्य, राजमहल के वाच डॉग से भी दोस्ती बनाईए, वह भी बहुत कुछ भोंकेगा। अंदर की बात बाहर आएगी। <br /><br />मजा आ गया गिरजेश भाईब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-59663454808756957702010-12-04T19:57:50.756+05:302010-12-04T19:57:50.756+05:30ये पोस्ट पढ़ कर खुशी हुई.
गलत जगह दिल नहीं लगाया....ये पोस्ट पढ़ कर खुशी हुई.<br /><br />गलत जगह दिल नहीं लगाया.....<br />गलत जगह दिन खराब नहीं किया.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-48261842429463799972009-05-21T18:09:46.226+05:302009-05-21T18:09:46.226+05:30बहुत मजेदार व्यंग्य है, अगली कड़ी का इन्तजार है।बहुत मजेदार व्यंग्य है, अगली कड़ी का इन्तजार है।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-90067152241164105992009-05-21T07:17:27.777+05:302009-05-21T07:17:27.777+05:30@sanjaygrover
धन्यवाद सन्जय जी, व्यंग्य लेखन की य...@sanjaygrover<br /><br />धन्यवाद सन्जय जी, व्यंग्य लेखन की यह शैली जोशी, हरिशंकर परसाई, धूमिल आदि की परम्परा से जुडती है. ब्लॊग पर भी इस शैली में बहुत अच्छा लिखा जा रहा है. उदाहरण के लिए यह ब्लॊग देखें:<br />http://anvarat.blogspot.comगिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-68279590887941444732009-05-20T17:29:34.747+05:302009-05-20T17:29:34.747+05:30धनदोहन सिन की तो बल्ले-बल्ले हो गयी। अगले पाँच साल...धनदोहन सिन की तो बल्ले-बल्ले हो गयी। अगले पाँच साल तक मौज करेँ। अगले चुनाव से थोड़ा पहले राउल बाबा मुकुट पहनेँगे।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-51701379825274703622009-05-20T12:06:41.788+05:302009-05-20T12:06:41.788+05:30लगता है मेरी शैली आपको भा गयी है। आपने इसको ‘इम्प्...लगता है मेरी शैली आपको भा गयी है। आपने इसको ‘इम्प्रूव’ भी किया है। अच्छा व्यंग्य है। बधाई!<br />www.samwaadghar.blogspot.comSanjay Groverhttps://www.blogger.com/profile/14146082223750059136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-18989904416269048392009-05-18T14:34:00.000+05:302009-05-18T14:34:00.000+05:30मजबूत व्यंग्य है। मजा आ गया। इसे जारी रखें।मजबूत व्यंग्य है। मजा आ गया। इसे जारी रखें।बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttps://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.com