tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post1310172894605397648..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: लोक: भोजपुरी- 8: कस कसक मसक गई चोली(निराला) और सुतलऽ न सुत्ते दिहलऽ(लोक)गिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-72052157461637651552014-03-16T21:26:54.669+05:302014-03-16T21:26:54.669+05:30भोजपुरी गीत सदैव ही आकर्षित करते हैं और ऊपर से इस ...भोजपुरी गीत सदैव ही आकर्षित करते हैं और ऊपर से इस फगुनियाहट में आपकी व्याख्या।<br />मज़ा आ गया धन्यवाद"The Master"https://www.blogger.com/profile/02879162576069552622noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-46932358655959037192012-03-17T00:55:09.344+05:302012-03-17T00:55:09.344+05:30अभिषेक जी से शब्द चुरा रहा हूँ।
:)
बाकी क्या है, ...अभिषेक जी से शब्द चुरा रहा हूँ। <br />:)<br />बाकी क्या है, घर से लौट के देर से पढ़ा जा रहा है।Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-91221706559950440372012-03-16T04:19:52.140+05:302012-03-16T04:19:52.140+05:30जय हो प्रभु ! बहुत लैग से पोस्ट पढना हो रहा. है......जय हो प्रभु ! बहुत लैग से पोस्ट पढना हो रहा. है... और ऐसी पोस्ट नहीं होती... तो कब का 'मार्क आल एज रेड' दबा देता. आपके चक्कर में कई ऐसी-वैसी पोस्ट भी पढ़ लेता हूँ :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-74165320523085388772012-03-13T08:02:14.945+05:302012-03-13T08:02:14.945+05:30व्याख्या गिरिजश्य ... :) .गीत उम्दा ही नहीं, गाया ...व्याख्या गिरिजश्य ... :) .गीत उम्दा ही नहीं, गाया भी बहुत अच्छा है ....रागात्मकता निखरी पड़ रही है ..मैं भी इस बार की होली पर गाँव गिरांव में बहुत कुछ छोड़ आया हूँ तिस पर आपकी यह पोस्ट बड़ी बीस पड़ गयी है! बस इक उश्वास!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-19001111395099854112012-03-10T21:48:07.694+05:302012-03-10T21:48:07.694+05:30गीत तो एक मित्र (..) के माध्यम से पहले सुन चुके है...गीत तो एक मित्र (..) के माध्यम से पहले सुन चुके हैं, उसको निराला की कविता का मिलान जैसे आपके चित्र के साथ उस नायेका के चित्र का मिलान.... सुभान अल्लाह, भाई होली रीत गयी, पर खुमारी अभी बाकी है, हम तो सोच रहे भाभी का फोटू लगा है, जुगाड भिड़ा रहे थे लक्लउ आने का..... परनाम स्वीकारिये.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-14265302450008717512012-03-09T20:12:22.645+05:302012-03-09T20:12:22.645+05:30'मेरे मुँह मालपुआ बनाने के लिये फेंटा गया मलाई...'मेरे मुँह मालपुआ बनाने के लिये फेंटा गया मलाई मैदा और अबीर पोत गईं..'<br />- रिपोर्ट अधूरी है - एक तरफ़ा आरोप न्यायोचित नहीं होता!प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-52490097497224103992012-03-08T22:07:36.543+05:302012-03-08T22:07:36.543+05:30गंभीर रसमय व्याख्या.गंभीर रसमय व्याख्या.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-85364410406671075842012-03-08T19:08:42.303+05:302012-03-08T19:08:42.303+05:30व्याख्या प्रभावी है. आनंद का संचार हुआ.व्याख्या प्रभावी है. आनंद का संचार हुआ.kailash sharmahttps://www.blogger.com/profile/15571642053025066229noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-82598472765364891712012-03-08T19:07:43.768+05:302012-03-08T19:07:43.768+05:30व्याख्या प्रभावी है. आनंद का संचार हुआ.व्याख्या प्रभावी है. आनंद का संचार हुआ.kailash sharmahttps://www.blogger.com/profile/15571642053025066229noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-86059793179882050632012-03-08T15:13:07.207+05:302012-03-08T15:13:07.207+05:30आप तो पुत गये, होली की शुभकामनाये..आप तो पुत गये, होली की शुभकामनाये..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-80340638437294877572012-03-08T13:55:39.997+05:302012-03-08T13:55:39.997+05:30कितना सुन्दर है ये सब !
इतनी सारी ब्लॉग्गिंग के ल...कितना सुन्दर है ये सब !<br /><br />इतनी सारी ब्लॉग्गिंग के लिए हमेशा समय निकाल लेना, और बिना गुणवत्ता घटाए |<br />आप में वाकई कुछ असाधारण है | जीवन में कभी आपके साथ होली खेलने का मौका जरुर निकालूँगा | पर पता नहीं कब ;-)योगेन्द्र सिंह शेखावतhttps://www.blogger.com/profile/02322475767154532539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-44838486059018788382012-03-08T13:41:42.896+05:302012-03-08T13:41:42.896+05:30काश हम होते भाभी जी को रंगने के लिए !!!!!!!!!
अरसा...काश हम होते भाभी जी को रंगने के लिए !!!!!!!!!<br />अरसा हो गया ..............................गंगेश रावhttps://www.blogger.com/profile/10791109109633152718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-61295819155175324092012-03-08T13:39:26.034+05:302012-03-08T13:39:26.034+05:30काश हम होते भाभी जी को रंगने के लिए !!!!!!!!!
अरसा...काश हम होते भाभी जी को रंगने के लिए !!!!!!!!!<br />अरसा हो गया ..............................गंगेश रावhttps://www.blogger.com/profile/10791109109633152718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-80527749926073211312012-03-08T13:27:17.540+05:302012-03-08T13:27:17.540+05:30हँ, हँ... तूहीं नाहिं सुनले रहबs त के सुनले रही?हँ, हँ... तूहीं नाहिं सुनले रहबs त के सुनले रही?गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-65799182454351219552012-03-08T10:32:35.587+05:302012-03-08T10:32:35.587+05:30इस भोजपुरी गाने को कहीं सुना जरूर था। फिर से याद आ...इस भोजपुरी गाने को कहीं सुना जरूर था। फिर से याद आ गया।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-69108969033026184362012-03-08T10:06:59.803+05:302012-03-08T10:06:59.803+05:30आखें नशीली लग रही हैं..देखिये भांग भी घोट कर पिला ...आखें नशीली लग रही हैं..देखिये भांग भी घोट कर पिला दिया गया है:)आप तो गये काsssम से:)देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-12104544596502111622012-03-08T08:58:10.230+05:302012-03-08T08:58:10.230+05:30शुभ होली!शुभ होली!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-16576510362208724452012-03-08T08:57:13.261+05:302012-03-08T08:57:13.261+05:30इस पोस्ट को होली पर ब्लॉग जगत को दिया आपका एक नाया...इस पोस्ट को होली पर ब्लॉग जगत को दिया आपका एक नायाब तोहफा कहा जा सकता है। तुलनात्मक व्याख्या इतनी सशक्त है कि महाकवि निराला की प्रसिद्ध कविता भी कमतर लग रही है! पॉडकास्ट सुनकर भी आनंद आ गया। वाह! ब्लॉग जगत की होली तो आज बन गई इस पोस्ट से।..आभार।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com