tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post3730446293083258159..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: बाउ, क़ुरबानी मियाँ और दशहरा -1गिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-39461396360527209552015-10-20T15:31:52.827+05:302015-10-20T15:31:52.827+05:30बेहतरीन।राही याद अा गये अाधा गांव के साथबेहतरीन।राही याद अा गये अाधा गांव के साथनिलोफरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-62401545541970861512009-10-05T14:49:38.795+05:302009-10-05T14:49:38.795+05:30जमाये रहिये. बात बाऊ के साथ दंगल की भी है तो रोचकत...जमाये रहिये. बात बाऊ के साथ दंगल की भी है तो रोचकता कइसे नहीं होगी?Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-8336185922082208092009-10-04T18:28:29.765+05:302009-10-04T18:28:29.765+05:30दम है!दम है!अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-84296609631721152182009-10-04T10:36:36.349+05:302009-10-04T10:36:36.349+05:30रोमंचक कथा. लेकिन कथा के रोमांच से अधिक आंचलिक कथा...रोमंचक कथा. लेकिन कथा के रोमांच से अधिक आंचलिक कथा का रस. आज जब हिन्दी हिंग्लिश हो रही है तब ऐसे में आंचलिक हिन्दी के शब्दों और मुहावरों को प्रयोग कर आप उन्हें जीवित रखने का कार्य कर रहे हैं.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-22339520683272165172009-10-04T09:50:54.992+05:302009-10-04T09:50:54.992+05:30आप बहुत ही कुशलता पूर्वक अपने क्षेत्र की बोली-बानी...आप बहुत ही कुशलता पूर्वक अपने क्षेत्र की बोली-बानी <br />से सबका परिचय करा रहे हैं<br />नि:संदेह् आपका यहाँ क्रत्य नमनीय है........<br /><br /><br />अगली प्रविष्टि लिखने में आलस्य ना ही दिखायें तो बेह्तर होगा.........<br /><br />पाठ्क की भी तारतम्यता बनी रहनी चाहिये.....गंगेश रावhttps://www.blogger.com/profile/10791109109633152718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-47826355843255425952009-10-03T22:55:49.131+05:302009-10-03T22:55:49.131+05:30.
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बेहतरीन !
आगे क्या हुआ... बेसब्री से इंतजार.... <br />.<br />.<br />बेहतरीन !<br />आगे क्या हुआ... बेसब्री से इंतजार रहेगा...प्रवीण https://www.blogger.com/profile/14904134587958367033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-23674461424387512012009-10-03T19:03:09.365+05:302009-10-03T19:03:09.365+05:30ांअपने शब्द अर्थ दे कर बहुत अच्छा किया नहीं तो समझ...ांअपने शब्द अर्थ दे कर बहुत अच्छा किया नहीं तो समझने मे दिक्कत आती । बहुत अच्छी लगी ये रचना बहुत बहुत धन्यवाद अगली कडी का अब इन्तज़ार रहेगा। पूरी पढने पर ही बाऊ के कारनामे पटा चलेंगे। धन्यवाद मुझे प्रोत्साहित करने के लिये भी शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-35550852309980557812009-10-03T17:41:56.925+05:302009-10-03T17:41:56.925+05:30dदोबारा आकर पढती हूंम्dदोबारा आकर पढती हूंम्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-90216407112706924682009-10-03T14:32:09.926+05:302009-10-03T14:32:09.926+05:30मजा आई गवा!!!!!!!!!!!!!मजा आई गवा!!!!!!!!!!!!!गंगेश रावhttps://www.blogger.com/profile/10791109109633152718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-50551019999451415262009-10-03T08:38:41.812+05:302009-10-03T08:38:41.812+05:30हे भगवान् ! ई बाऊ का कारनामा !हे भगवान् ! ई बाऊ का कारनामा !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-71824417060204436642009-10-03T07:34:31.924+05:302009-10-03T07:34:31.924+05:30गजब भईये गजब!! का कहा जाये!! जबरदस्त!!गजब भईये गजब!! का कहा जाये!! जबरदस्त!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-91701955773551421402009-10-03T07:10:06.970+05:302009-10-03T07:10:06.970+05:30ई त बहुत आगे ल लिखनिहार क लछन देखात बा।
अगोर बा़...ई त बहुत आगे ल लिखनिहार क लछन देखात बा। <br /><br />अगोर बा़डे, अगला पोस्ट क।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-12047030628230708562009-10-03T06:08:51.982+05:302009-10-03T06:08:51.982+05:30समझ में नहीं आता ।
कभी वेणु की तरह बजते हैं
कभी र...समझ में नहीं आता ।<br />कभी वेणु की तरह बजते हैं <br />कभी रेणु सा चित्रण<br />अजीब संयोग <br />आप ही के साथ संभव है ।<br />आगे की कड़ियों का इन्तजार ।हेमन्त कुमारhttps://www.blogger.com/profile/01073521507300690135noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-10321111798769899922009-10-03T05:55:18.027+05:302009-10-03T05:55:18.027+05:30साँस रोक कर सुनता हूँ बाऊ का कारनामा ! पता नहीं कब...साँस रोक कर सुनता हूँ बाऊ का कारनामा ! पता नहीं कब कौन-सी दुर्निवार घड़ी सामने आ खड़ी हो, और बाऊ ... <br /><br />शेष की प्रतीक्षा .. आभार ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.com