tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post6751851919293056030..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: बड़ी होती स्कॉलर बेटीगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-69343447944043681722012-07-06T13:49:55.322+05:302012-07-06T13:49:55.322+05:30लाइक !!!लाइक !!!Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-9036448650464926722011-05-25T16:14:35.830+05:302011-05-25T16:14:35.830+05:30देखिये - श्रीमती जी का बर्थडे मना - तो रीलेटेड लिं...देखिये - श्रीमती जी का बर्थडे मना - तो रीलेटेड लिंक्स में यह पोस्ट भी ऊपर आई - और पढने मिली .... यह तो पढ़ी ही नहीं थी | मैं तो अभी दिसंबर से ही इस ब्लोगिंग की दुनिया में आई हूँ - अब तो आर्किव्स में जाकर पुरानी पोस्टें ढूंढनी पड़ेंगी |<br />और गिरिजेश जी - प्रार्थना में यह कहना कि " बदी से ना डरें " यह दर्शाता है कि हम डरते हैं - और शक्तिमान से यह शक्ति मांग रहे हैं कि ना डरें .... ये हेडिंग "मेह" से "मेघा" बरसे सात दिन - हो गयी क्या ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-59375319218220191642010-10-26T14:20:01.025+05:302010-10-26T14:20:01.025+05:30दो चार बातें कहनी-पूछनी हैं। पहले ये बताएं कि बिटि...दो चार बातें कहनी-पूछनी हैं। पहले ये बताएं कि बिटिया को स्कॉलर बताया तो बेटे पर कुछ लिखा कि नहीं? बेटे ने शिकायत की या नहीं? <br />फिर बताएं कि बिटिया स्कॉलर बनी कैसे? बस, अपनी बिटिया को उसी नक्शेकदम पर चलाने के मकसद से ये पूछ रही हूं। :)<br />तीसरा, डबल चिन का कुछ हुआ क्या? अब तो साल लगने को चला है।अनु सिंहnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-72454692567354014362009-11-03T20:11:37.393+05:302009-11-03T20:11:37.393+05:30@ स्कॉलर बेटी बिना कहे
होम वर्क पूरा कर लेती है
...<b>@ स्कॉलर बेटी बिना कहे <br />होम वर्क पूरा कर लेती है <br />निकाल लेती है समय <br />'फाइव प्वाइंट सम वन' <br />पढ़ने के लिए। जब कि मैं <br />सोचता ही रह जाता हूँ कि उसे <br />'मुझे चाँद चाहिए' पढ़नी चाहिए कि नहीं </b><br /><br />दद्दा, अब चिंता त्यागिये, जेन-एक्स का आई-क्यू इतना तेज है कि खुशवंत सिंह के लिखे से भी अपने काम की बात उठा सकते हैं। मुझे न तो ‘फाइव प्वाइंट सम वन’ अश्लील लगा न ही 'मुझे चाँद चाहिए'। यह तो इंडिविजुअल सेलेक्टिविटी की बात है कि उन्हें वर्षा वशिष्ठ का अपनी शर्तों पे जीने का अंदाज भाता है या उसकी विद्रोही उच्छृंखलताएं। और यकीन मानिये दोनों सूरतों में आप कुछ नहीं कर पाने की स्थिति में होंगे। अपने दिये संस्कारों पे भरोसा रखिये, और बिटिया के नीर-क्षीर स्कॉलरी विवेक पर...स्वस्ति।कार्तिकेय मिश्र (Kartikeya Mishra)https://www.blogger.com/profile/03965888144554423390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-42318113867147636202009-11-03T19:41:59.680+05:302009-11-03T19:41:59.680+05:30इसका जिम्मेदार कौन है ? ? ? जिस बेटी की बात की जा ...इसका जिम्मेदार कौन है ? ? ? जिस बेटी की बात की जा रही है वह दिन के महज छह या सात घण्टे ही बाहर …….स्कूल इत्यादि में बिताती है बाकी समय तो घर पर ही व्यतीत करती है ……..”शिक्षित” व “जागरूक” अभिभावकों के सानिध्य में ही व्यतीत करती है ……..फिर ? ……..वह कैसे हो गया जो नहीं होना चाहिये था …..वह कैसे सीख लिया गया जिसे नहीं सीखा जाना चाहिये था ………कैसे ? <br />बात लम्बी है …..बस बर्टेन रसेल की एक बात याद दिलाना चाहूगां …….सबको पिता बनने पर रोक लगायी जानी चाहिये ! सब जरूरी नहीं कि इसके योग्य हो हीं । इसके लिये मानसिक योग्यताओं का परीक्षण होना चाहिये , फिर एक नियमित पाठ्यक्रम द्वारा पितृत्व का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिये …..तब पिता बनने का लाईसेन्स ग्रान्ट होना चाहिये ………स्वस्थ्य मानवता के विकास के लिये यह अत्यन्त आवश्यक हैअभिषेक आर्जवhttps://www.blogger.com/profile/12169006209532181466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-4310756851355289642009-11-03T12:59:45.025+05:302009-11-03T12:59:45.025+05:30बिटिया को बैज मिलने की, पापा को बधाई।
-Zakir Ali ‘...बिटिया को बैज मिलने की, पापा को बधाई।<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-72824885636696376702009-11-03T12:38:47.277+05:302009-11-03T12:38:47.277+05:30भाई ये बात दिमाग से निकल नहीं पायी... आज फिर भटकते...भाई ये बात दिमाग से निकल नहीं पायी... आज फिर भटकते हुए आ गया... बुद्ध और महावीर तक ना याद आये इन्हें ?! बिना राम के ही प्रार्थना लिख देते... गाँधी लगाकर. वैसे भी आजकल ये वाला अच्छा चलता है बाजार में.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-45761596844593566142009-11-02T19:18:14.506+05:302009-11-02T19:18:14.506+05:30अरे वाह!!
बिटिया को ढेर आशीष और बधाई.
बधाई के पा...अरे वाह!!<br /><br />बिटिया को ढेर आशीष और बधाई.<br /><br />बधाई के पात्र आप भी हैं. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-31934241933209180292009-11-02T17:06:32.522+05:302009-11-02T17:06:32.522+05:30गिरिजेस जी भूल सुधार ली है .आपके स्नेह से पगी टिप्...गिरिजेस जी भूल सुधार ली है .आपके स्नेह से पगी टिप्पणी को सम्मान देता हूँ . शायद आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूं .प्रयास को आपने प्रेरित ही किया है.<br />यदा कदा व्यंग भी लिखता हूँ .आपको पढ़ कुछ और भी सीख रहा हूँ . खास कर कथ्य और शैली.एक ही अंचल के होने से शायद सम्प्रेसण की सम्पूर्णता बन जाती है. खास भाषा और मुहावरों की जमीनी सुगंध.RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-7398423846177804182009-11-01T19:24:34.040+05:302009-11-01T19:24:34.040+05:30गिरिजेश जी आपसे असहमत होना असंभव है .आपकी साफगोई औ...गिरिजेश जी आपसे असहमत होना असंभव है .आपकी साफगोई और साहस दोनों ही अतुलनीय हैं .<br />मैं तो ज्ञानदत्त जी और दिनेश द्विवेदी की राय को ही प्रार्थना बनाना चाहूँगा .बाकी इस सन्दर्भ में कयिओं ने भी बड़ा सार्थक कहा है.<br />मेरी पिछली पोस्ट की टिप्पणी में आपने मुझसे पूछा था " आप नेता हैं ? " .उस सिलसिले में कुछ लिखा है नयी पोस्ट पर. मौका लगे तो पढ़ लें ,अनुग्रह होगा .RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-73896622646557432832009-11-01T13:37:29.511+05:302009-11-01T13:37:29.511+05:30बधाई हो बधाई। किसी भी पिता को ऐसी संतान पर गर्व हो...बधाई हो बधाई। किसी भी पिता को ऐसी संतान पर गर्व होगा॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-16057937570039196112009-11-01T12:25:26.996+05:302009-11-01T12:25:26.996+05:30बड़ी होती बेटी के बहाने एक पूरी पीढ़ी की नब्ज पे हाथ...बड़ी होती बेटी के बहाने एक पूरी पीढ़ी की नब्ज पे हाथ रख दिया है आपने..बेहतरीन कविता के लिये आभारअपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-59135890130515771842009-11-01T11:57:43.388+05:302009-11-01T11:57:43.388+05:30कुछ दिन पूर्व एक कविता का सूत्रपात किया था,
वह कु...कुछ दिन पूर्व एक कविता का सूत्रपात किया था, <br />वह कुछ इस तरह थी, <br /><br />चाहूँ अगर मैं, <br />रुक जाये समय<br />तो रुकेगा तो नहीं. <br />दर्पण में देखा करता हूँ तो <br />काले कम और सफेद ज्यादा हैं बाल <br />उठाता हूँ कूँची रंगने को, <br />तभी आती है संभव दौडी दौडी <br />कुछ बीजगणित का सूत्र पूछ्ती <br />तो कहता हूँ उससे <br />अरे छोटे बच्चे <br />पढते हो ये सब क्यूं<br />तो कहती वो, <br />मैं छोटी नहीं,<br />जानते हो पापा! <br />अगले चुनाव में वोट दुंगी. <br />मैं फिर सोचता हूँ, <br />चाहूँ अगर मैं, <br />रुक जाये समय<br />तो रुकेगा तो नहीं. <br /><br />गिरिजेश बच्चे बडे हो रहे हैं, कंधे को छूने लगे हैं. उनकी बातें, उनकी चिंतायें सब बडी हो रही हैं. अब समय आ गया जब तुम (और हाँ, मैं भी ) बडे हो जायें. <br /><br />अलका को शुभकामनायें. कैसा संयोग है कि कल ही उसकी दोस्त का वार्षिक उत्सव भी था और उसे भी एवार्ड्स, स्कॉलरशिप्स और तालियाँ मिल रहीं थी.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-12080698199405761402009-11-01T11:34:38.124+05:302009-11-01T11:34:38.124+05:30पप्पा ब्लागर बिटिया स्कालर...
जे बात ..ई हुई असली ...पप्पा ब्लागर बिटिया स्कालर...<br />जे बात ..ई हुई असली लंठई...बहुते आशीष है जी बिटिया की...एकरे तो कहते हैं ..आनुवांशिक गुण ...मुबारक हो स्कालर बिटिया के पप्पा बनने परअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-6986612205907286242009-11-01T10:54:02.123+05:302009-11-01T10:54:02.123+05:30मुबारक हो अलका ! हम शुरु से साथ पढ रहे हैं, मैं जा...मुबारक हो अलका ! हम शुरु से साथ पढ रहे हैं, मैं जानती हूँ कि तुम इंटेलीजेंट हो. <br /><br />एक बात और, आजकल पेरेंटस बडे परेशान हैं, ग्रेडिंग सिस्टम शुरु हो रहा है, अब बच्चों को डांटेंगे कैसे? उन्हें औरों से कम्पेयर कैसे करेंगे?Sambhavhttps://www.blogger.com/profile/00180989414029807670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-22708183877314500842009-11-01T09:16:31.889+05:302009-11-01T09:16:31.889+05:30बेटी को स्नेहाशीष, आपको बधाई. बेटी की सफलता के लिए...बेटी को स्नेहाशीष, आपको बधाई. बेटी की सफलता के लिए भी और एक पिता द्वारा बेटी पर इतना ध्यान देने के लिए भी.(कुछ लोगों को तो अपने बच्चों के क्लास तक याद नही रहते.)<br /><br />प्रार्थना वाली बात पर पहले ग़ुस्सा आई थी पर जैसे ही टिप्पणी लिखने का मन बनाया कि ज्ञानदत्त जी की टिप्पणी पर ध्यान गया. काश ऐसा सच हो जाए. पर शर्मनिरपेक्षता के चलते क्या ऐसा सम्भव हो पाएगा? देश ही बचा रह जाए वही बहुत है.<br /><br />प्रभावी लेखन से प्रभावित हुई मैं.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-21157092953125801142009-11-01T07:13:04.420+05:302009-11-01T07:13:04.420+05:30सबसे पहले बिटिया को बहुत बधाई ...
विद्यालय में की ...सबसे पहले बिटिया को बहुत बधाई ...<br />विद्यालय में की गयी प्रार्थनाएं एक अप्चारिकता भर रह गयी हैं... प्रार्थनाओं के अर्थ तक तो शिक्षक भी नहीं जाते ...इसलिए फिक्र की कोई बात नहीं है.. <br />कुछ समय के लिए एक विद्यालय में पढाने का मौका मिला ..बच्चे प्रार्थना में गा रहे थे ...<br />तुम्ही हो माता पिता तुम्ही हो तुम्ही हो बंधू सखा तुम्ही हो <br />जो खिल सके ना वो फूल हम है .तुम्हारे चरणों की धुल हम है ..<br />मुझे समझ नहीं आया ...जो खिल नहीं सके वो फूल हम है ....बच्चे कह रहे थे हम सालों से यही गा रहे हैं !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-90792593969085051922009-11-01T05:54:54.634+05:302009-11-01T05:54:54.634+05:30बिटिया को, उसके प्राउड डैड को और लगे हाथ गर्वीली म...बिटिया को, उसके प्राउड डैड को और लगे हाथ गर्वीली माँ और प्रसन्नचित्त भैया को भी बधाइयां! कवी का पता कहाँ ढूंढ रहे हो भाई. सरकारी अधिकारी होगा और साथ ही किसी तथाकथित "आधुनिक", "प्रगतिशील", "विचारशील" या "स्वच्छ" नामक गैंग का मानद सदस्य भी होगा.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-5136745896076986802009-11-01T04:54:10.478+05:302009-11-01T04:54:10.478+05:30बिटिया को बधाई और स्नेह। गिफ्ट जो मांगे, सो देंगे।...बिटिया को बधाई और स्नेह। गिफ्ट जो मांगे, सो देंगे। मांगेगी नहीं, पता है। <br />जल्दी ही मिलते हैं। <br />इलाहाबाद की कसर तो पूरी करनी है न...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-41956140700820724062009-11-01T01:47:16.994+05:302009-11-01T01:47:16.994+05:30सबसे पहले तो बिटिया को बधाई और आपको व भाभीजी को भी...सबसे पहले तो बिटिया को बधाई और आपको व भाभीजी को भी ।<br />प्रार्थनाओं के बारे मे क्या कहूँ सारी प्रार्थनायें बच्चों को बिगाड़ती है । मेरा बस चलता तो इन्हे बन्द करवा देता । गनीमत कि बच्चे प्रार्थना के समय मस्ती करते रहते है और शब्दो पर ध्यान नही देते । हाँ यह मुहम्म्द की धरती वाला कवि कौन है उसका पता लगाया जाये ( और महफूज़ को इसकी ज़िम्मेदारी सौंपी जाये) <br />अंतिम बात बिटिया को " मुझे चांद चाहिये " पढने के लिये बिलकुल मत देना ।बच्चों को अच्छा साहित्य ही देना चाहिये । मै बहुत दिनो से इसके लेखक सुरेन्द्र वर्मा का पता खोज रहा हू लेकिन यह लापता है । खैर .. इतनी लम्बी पोस्ट न लिखे और अपना चिन ( यह ठुड्डी है ना?) सिंगल करें ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-55901640211688389632009-11-01T01:10:39.312+05:302009-11-01T01:10:39.312+05:30चिंता ना करें भाई,
आपके बच्चें खुशकिस्मत हैं, जिनक...चिंता ना करें भाई,<br />आपके बच्चें खुशकिस्मत हैं, जिनके पास आप जैसा सुधि पिता है।<br />सफल होने के लिए, आवश्यक संतुलन और इस ठीक उलट सच्चाई को सिखाने और व्याख्यायित करने के लिए आपका अनुभवी साया उनके सिर पर है।<br />आप उन्हें धर्मांध राज्य के लिए की जा रही कंड़ीशनिंग से जरूर बचा पाएंगे, और अभिशेक जी के आपकी उम्र का होने से पहले ही हमारे बच्चे भारत के प्रभुत्व की जद में अरेबिया को ले ही लेंगे।<br /><br />बिटिया को, और आपको, अच्छा महसूस हो पाने के लिए बधाई।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06584814007064648359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-83784554376146962812009-10-31T23:43:07.712+05:302009-10-31T23:43:07.712+05:30अरे वाह, आपने बिटिया के लिए समय निकाला यह देखकर बह...अरे वाह, आपने बिटिया के लिए समय निकाला यह देखकर बहुत अच्छा लगा। उसे मेरा स्नेह और आशीर्वाद दीजिएगा। आपको बधाई। <br /><br />आज ही मैं भी वागीशा के साथ स्कूल में रिपोर्ट कार्ड लेने गया था। वहाँ ग्रेडिंग सिस्टम लागू हो गयी है है- कक्षा चार में है अभी। उसकी मम्मी नहीं जा सकीं, बेटे को सम्हाल रही थीं।<br /><br />बच्चों के साथ गुजारे पल ब्लॉगरी से कई गुना आनन्द देते हैं, फिर भी हम उधरिच उलझे हुए हैं..।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-1987333811579262482009-10-31T23:32:29.184+05:302009-10-31T23:32:29.184+05:30बिटिया को बहुत बधाई, शुभकामनाएं.
रामराम.बिटिया को बहुत बधाई, शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-29882242486191560762009-10-31T23:17:31.613+05:302009-10-31T23:17:31.613+05:30शुभकामनाएं
मेरी बिटिया कहती है "वैसे दीदी पढ...शुभकामनाएं<br /><br />मेरी बिटिया कहती है "वैसे दीदी पढ़ने वाली दीखती है चश्मे में..."के सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-21072340261985016472009-10-31T22:59:11.000+05:302009-10-31T22:59:11.000+05:30बहु्त बहुत बधाईयाँ और शुभकामनाएं.बहु्त बहुत बधाईयाँ और शुभकामनाएं.परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com