tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post7445127638218810371..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: कुत्तों के चरवाहेगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-22290373871838417392011-09-17T19:42:09.156+05:302011-09-17T19:42:09.156+05:30वैसे घरेलु कुत्ते से बड़ा 'डिप्लोमेटिक' को...वैसे घरेलु कुत्ते से बड़ा 'डिप्लोमेटिक' कोई नहीं,<br />अनजान लोगों को दरवाजे पर देखकर भोंकना और पूंछ हिलाना साथ-साथ होता है -आचार्य रजनीश। बढ़िया पोस्टरोहित बिष्टhttps://www.blogger.com/profile/00332425652423964602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-36810667906925094152011-09-17T19:32:55.981+05:302011-09-17T19:32:55.981+05:30@ सतीश पंचम:
जुलम भयो रामा - मेरी एक भावी पोस्ट का...@ सतीश पंचम:<br />जुलम भयो रामा - मेरी एक भावी पोस्ट का चीरहरण कर दिया:)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-77567991453423348712011-09-17T14:04:11.952+05:302011-09-17T14:04:11.952+05:30@ अरविन्द मिश्रा “... यह पूरी दुनिया ही दो टाईप लो...@ अरविन्द मिश्रा “... यह पूरी दुनिया ही दो टाईप लोगों में विभाजित है -कुत्ता प्रेमी और कुत्ता द्वेषी... -<br /><br />मैं तो इन दोनो श्रेणियों में से किसी में नहीं आ सकता। मैं जब किसी कुत्ता प्रेमी को देखता हूँ तो आश्चर्य होता है कि वे कैसे इतना नाज उठा पाते हैं। मैं तो बड़ा अक्षम हूँ। एक डॉक्टर साहब का मुँह उनके कुत्ते द्वारा चाटा जाता देखकर मुझे उबकाई आते-आते रह गयी। वह रोज उनका घर आने पर ऐसे ही स्वागत करता है। वे भी वैसे ही जवाबी कार्यवाही करते हैं। उफ़्फ़्..। वहीं कुत्ता द्वेषियों को भी एक भला आदमी मानने में मुझे हिचक होती है। एक जीव के प्रति विद्वेष की भावना क्यों पालना? यदि पसन्द नहीं है तो न सही, लेकिन जो पसन्द करते हैं उनकी पसन्द का सम्मान तो किया ही जा सकता है।<br /><br />एक तीसरी श्रेणी भी बनायी जाय - ‘श्वान असंपृक्त’ <br /><br />वैसे आलेख जोरदार है।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-6093269454954832362011-09-17T08:38:15.134+05:302011-09-17T08:38:15.134+05:30अक्सर करीबी मित्रों में पंजाबीपने वाले अंदाज में ह...अक्सर करीबी मित्रों में पंजाबीपने वाले अंदाज में हंसी ठिठोली के बीच खुश होकर कहा जाता हैं - यार तू बडी 'कुत्ती चीज' है :) <br /><br /> उसी अंदाज में कहा जा सकता है कि - बड़ी 'कुत्ती पोस्ट' है :) <br /><br />मस्त राप्चिक!सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-19253818304242887902011-09-17T08:37:30.869+05:302011-09-17T08:37:30.869+05:30व्यंग्य भी है और दिल पर भी न लें ...
बड़ी नाइंसाफी...व्यंग्य भी है और दिल पर भी न लें ...<br />बड़ी नाइंसाफी है!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-19390002339154505952011-09-17T08:16:43.465+05:302011-09-17T08:16:43.465+05:30समय पूर्व श्वान चिंतन :)समय पूर्व श्वान चिंतन :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-60891544063278939642011-09-17T08:11:06.282+05:302011-09-17T08:11:06.282+05:30@स्मार्ट इन्डियन,
वहां कुत्तों को मित्रवत रहने की ...@स्मार्ट इन्डियन,<br />वहां कुत्तों को मित्रवत रहने की ट्रेनिंग जो दी जाती है ....वहां कटखने कुत्ते का मुहावरा भी नहीं होगा !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-76471077731952027182011-09-17T08:06:20.097+05:302011-09-17T08:06:20.097+05:30शिल्पा जी के "ये" की बात एकदम सही है। सब...शिल्पा जी के "ये" की बात एकदम सही है। सबूत के तौर पर आज ही हमने <a href="http://3.bp.blogspot.com/-8W5fjW4uz4U/TnQGmeCv0OI/AAAAAAAABUA/VJkmSULMlTk/s1600/Dogi-Pot-Litter-bags.jpg" rel="nofollow">यह चित्र</a> लगाया है। वैसे यह पोस्ट पढकर याद आया कि हिन्दुस्तान में मामूली हैसियत के कुत्ते भी अक्सर मुझे पसन्द नहीं करते थे। यहाँ आकर देखा तो अति-प्रभावी, खूबसूरत, विशालकाय हर प्रकार का कुत्ता मित्रवत है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-78546049660973761122011-09-16T21:27:35.222+05:302011-09-16T21:27:35.222+05:30यह मेरी व्यथा आपने कबसे देख रखी थी जिसे शब्द दे दि...यह मेरी व्यथा आपने कबसे देख रखी थी जिसे शब्द दे दिए,आर्य ?rajani kanthttps://www.blogger.com/profile/01145447936051209759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-65208706018316735592011-09-16T20:03:49.209+05:302011-09-16T20:03:49.209+05:30गंदी लगी पोस्ट।
दिल जाये भाड़ में, मगज खराब हो गय...गंदी लगी पोस्ट। <br />दिल जाये भाड़ में, मगज खराब हो गया।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-3448747180618913472011-09-16T19:59:59.337+05:302011-09-16T19:59:59.337+05:30निश्चय ही एक बेहतरीन कुत्ता चिंतन .....मगर इन दिनो...निश्चय ही एक बेहतरीन कुत्ता चिंतन .....मगर इन दिनों यहाँ बहुत कुत्ता कुत्ता कुत्ती कुत्ती हो उठा है ..लगता है कुत्ता आपका वैसा ही प्राणी आब्सेसन है जैसा हुसैन का घोडा था ...यह जब देखो तब आपके चिंतन से झांकता रहता है ..<br />यह पूरी दुनिया ही दो टाईप लोगों में विभाजित है -कुत्ता प्रेमी और कुत्ता द्वेषी -एक ठो काम करिए इन दिनों नेशनल जियोग्राफी पर ९-१० बजे रात डाग व्हिस्परर नामक एक बेहतरीन कार्यक्रम आ रहा है जिसमें विशेषज्ञ रोजर मिलन कुत्तों ही नहीं कुत्ता द्वेषियों /प्रेमियों /आतंकितों के व्यवहार को सकारात्मक बना रहे हैं -आप विज्ञानं प्रेमी हैं -इसलिए आपको प्रबल सिफारिश कर रहा हूँ ....अवश्य देखिये ,देखन योगू! <br />मैं समझता हूँ मानव जीवन की परिपूर्णता तब तक नहीं है जबतक एक कुत्ते /कुत्ती का सानिध्य न हो .....आप युधिष्ठिर से ही सीख ले सकते हैं या फिर मुझसे या आराधना से भी ..जिन्होंने अपना जीवन एक कुत्ता /कुत्ती सानिध्य से धन्य किया है .....Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-8140722965596601892011-09-16T16:49:39.145+05:302011-09-16T16:49:39.145+05:30:)
वैसे - सिर्फ जानकारी - अमेरिका में ऐसा क़ानून ह...:)<br />वैसे - सिर्फ जानकारी - अमेरिका में ऐसा क़ानून है - कि इन "चरवाहों" को साथ एक थैली रखनी होती है , और कुत्ते जो भी कार्यक्रम करें, उसकी सफाई कर के dustbin आदि में फेंकना होता है | cctv से यदि पकडे गए कोई "चरवाहे" कि गन्दगी कही छोड़ी गयी है - तो अच्छा भला fine होता है | मेरे ' ये ' गए थे (अपने भाई के घर)|एक महीने रहे तो घूमने जाते थे - तब ये देखा | <br /><br />तो ऐसे ही नहीं साफ़ सुथरा रहता है कोई देश | आपकी वो पोस्ट भी याद आ रही है - जिसमे किसी ऑस्ट्रेलियन ने हमारे देश को सफाई के सिलसिले में कुछ कहा था |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-75363680461574202092011-09-16T15:20:47.258+05:302011-09-16T15:20:47.258+05:30रोचक!रोचक!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-67348667078046216422011-09-16T12:04:53.340+05:302011-09-16T12:04:53.340+05:30पोस्ट में से कुछ चुनिन्दा पहरे पार्क में चस्पा दिए...पोस्ट में से कुछ चुनिन्दा पहरे पार्क में चस्पा दिए जायेंगे...<br /><br />जहाँ सुबह सुबह कुत्ते के चरवाहे आते हैं...:)<br /><br />और साथ में ४० पॉइंट बोल्ड में ये पंक्ति भी <br />"यह बस एक व्यंग्य भर है। कृपया दिल पर न लें।"<br /><br />मस्त.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-22510131035952737312011-09-16T10:43:52.212+05:302011-09-16T10:43:52.212+05:30@ यह बस एक व्यंग्य भर है। कृपया दिल पर न लें।'...@ यह बस एक व्यंग्य भर है। कृपया दिल पर न लें।'<br />ये जरूर आपने मेरे लिए लिखा होगा :)<br />देखिये तो गलती सारी चरवाहों की होती है और कोसे जाते हैं बेचारे कुत्ते :)<br />@ एक बार एक कुत्ते से कटवाए जा चुके हो चरवाहे द्वारा ...फिर भी लिख मारा यह चिंतन'<br /> मुझे लगता है कि जो लोग कुत्तों से प्यार नहीं करते, कुत्तों को भी उनसे कुछ खास लगाव नहीं होता और वो निवृत्ति के लिए उनकी टांगों या घर की ओर टाक लगाए बैठे रहते हैं :)muktihttps://www.blogger.com/profile/17129445463729732724noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-74209918177418006822011-09-16T10:11:08.222+05:302011-09-16T10:11:08.222+05:30jai baba banaras.....jai baba banaras.....Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07499570337873604719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-40900939018034309082011-09-16T09:59:40.838+05:302011-09-16T09:59:40.838+05:30एक बार एक कुत्ते से कटवाए जा चुके हो चरवाहे द्वारा...एक बार एक कुत्ते से कटवाए जा चुके हो चरवाहे द्वारा ...फिर भी लिख मारा यह चिंतन :-)<br />मगर भरोसा रखें न ये कुत्ते सुधरेंगे न उनके सेवादार !<br />हार्दिक शुभकामनायें, जगाये रखने के लिए !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-62785177954708592802011-09-16T09:36:27.196+05:302011-09-16T09:36:27.196+05:30कुत्ते पर ऐसा लेख। अच्छा है और कुत्तों के स्वामियो...कुत्ते पर ऐसा लेख। अच्छा है और कुत्तों के स्वामियों…नहीं…नहीं…नौकरों के लिए भी।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-25021146997044698302011-09-16T09:20:01.295+05:302011-09-16T09:20:01.295+05:30प्रभाते श्वान चर्चा....
इलाकाई मानसिकता है, आदमी ...प्रभाते श्वान चर्चा....<br /><br />इलाकाई मानसिकता है, आदमी से सीखी है, हर जगह गन्दगी फैलाने की।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-55912280399814870632011-09-16T09:02:46.324+05:302011-09-16T09:02:46.324+05:30यह बस एक व्यंग्य भर है। कृपया दिल पर न लें।यह बस एक व्यंग्य भर है। कृपया दिल पर न लें।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.com