tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post7614327843772390684..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: बनारस और आसपासगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-29270336946393480712013-06-24T20:56:41.326+05:302013-06-24T20:56:41.326+05:30kahan hain aaj kal? Itna lamba alpviram???? .........kahan hain aaj kal? Itna lamba alpviram???? .......BAU KA DEEWANA.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-51553861999132258062013-05-11T11:25:00.024+05:302013-05-11T11:25:00.024+05:30यूँ ही उड़ते रहे हैं गर्द गुबार सदियों से
हमने चु...यूँ ही उड़ते रहे हैं गर्द गुबार सदियों से <br />हमने चुराये कुछ धूप गन्ध गलियों से! गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-30817270886486402102013-05-11T00:22:56.991+05:302013-05-11T00:22:56.991+05:30मुझे नहीं लगता कि यह ,यही , यह सब बनारस है. इस तरह...मुझे नहीं लगता कि यह ,यही , यह सब बनारस है. इस तरह के बनारसीपन का उत्सव मनाना मुझे बकवास लगता है. जो भी में दिख रहा है वह सब अनप्लान्ड अरबन डवलप्मेन्ट का खामियाजा है. <br /><br />यह सब तो आपने वह सुना जो बनारस बोल रहा है , बोलता है . कभी वह सुनिये जो बनारस नहीं बोतला है . अभिषेक आर्जवhttps://www.blogger.com/profile/12169006209532181466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-89268184576635827472013-05-10T18:02:08.572+05:302013-05-10T18:02:08.572+05:30baba kasinath singh bahut kuch kahe hai banaras ke...baba kasinath singh bahut kuch kahe hai banaras ke bare main ...<br /><br />...बाबा काशी नाथ जी कहते हैं की काशी पुरे दुनिया को अपने ....<br /><br />jai baba banaras....Being Hinduhttps://www.blogger.com/profile/03902421244176426707noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-21390073059103734182013-05-07T08:03:58.866+05:302013-05-07T08:03:58.866+05:30हाँ, यह दुर्लभ प्रेम है। जिसे मिल गया वह विपन्न नह...हाँ, यह दुर्लभ प्रेम है। जिसे मिल गया वह विपन्न नहीं, जिसे नहीं मिला वह सम्पन्न नहीं। <br />गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-35456876215698462462013-05-06T18:23:25.005+05:302013-05-06T18:23:25.005+05:30बनारस में रस है, हरयाणा में हर है बनारस में रस है, हरयाणा में हर है Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-9687923064653645132013-05-06T12:10:14.139+05:302013-05-06T12:10:14.139+05:30वाह!! सुन्दर तस्वीरों के साथ अच्छी प्रस्तुति|
सच म...वाह!! सुन्दर तस्वीरों के साथ अच्छी प्रस्तुति|<br />सच में तस्वीरें भी बोलती हैं!!HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-84985983914358409092013-05-05T23:18:38.799+05:302013-05-05T23:18:38.799+05:30हरियाणा रोडवेज़ में तो एक ड्राईवर ने इस पंक्ति के ...हरियाणा रोडवेज़ में तो एक ड्राईवर ने इस पंक्ति के अलावा एक और पंक्ति भी लिखवा रखी थी - जिन्हें जल्दी थी, वो चले गये। :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-79897856040120976782013-05-05T23:14:46.091+05:302013-05-05T23:14:46.091+05:30सभी चित्र बोलते लगे .
विशेष चित्र 'हम साथ-साथ ...सभी चित्र बोलते लगे .<br />विशेष चित्र 'हम साथ-साथ हैं ';लगा.<br />दोनों नंगे पाँव हैं,बाबा की बनियान जगह-जगह से अपनी बदहाली का हाल बता रही है.<br />बाबा के हाथ में लाठी है तो बाएँ पैर में कोई चोट या मोच या फिर दर्द आदि के कारण क्रेप बेंडेज बंधी हुई है.<br />अपनों का साथ ऐसे समय ही तो सबसे ज़रूरी होता है और ऐसे समय एक दूसरे का हाथ थामे इस बात से बेफिक्र कि कोई उनकी तस्वीर ले सकता है या ले रहा है.<br /> मन में एक दूसरे के प्रति गहन अनुभूति लिए चले जा रहे हैं.<br />दुर्लभ प्रेम की छवि है यह चित्र !Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-73087787725392538802013-05-05T22:58:47.003+05:302013-05-05T22:58:47.003+05:30आज की ब्लॉग बुलेटिन देश सुलग रहा है... ब्लॉग बुले...आज की ब्लॉग बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/05/blog-post_5.html" rel="nofollow"> देश सुलग रहा है... ब्लॉग बुलेटिन </a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-63960632276410753082013-05-05T20:29:06.785+05:302013-05-05T20:29:06.785+05:30घंटेश्वर माने ?घंटेश्वर माने ?VICHAAR SHOONYAhttps://www.blogger.com/profile/07303733710792302123noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-32965538886725861162013-05-05T19:12:47.273+05:302013-05-05T19:12:47.273+05:30गजब के चित्र
घंटा ध्वनि - ॐ शान्तिः शान्तिः शान्त...गजब के चित्र <br />घंटा ध्वनि - ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः <br />बुढ़ापे की लाठी - बना रहे बनारस!<br />मलिनिया कुल - शस्य स्यामलम मातरम <br /><br />बदाऊँ की टक्कर का बस एक ही शहर है ब्रह्मांड में ... किसी से कहना मत Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-46624163166566761352013-05-04T22:39:33.974+05:302013-05-04T22:39:33.974+05:30जय हो बड़ा ही रोचक विवरण, बनारस का रस ही कुछ और है...जय हो बड़ा ही रोचक विवरण, बनारस का रस ही कुछ और हैं Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13436066303295587147noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-76765661307866526262013-05-04T22:23:26.957+05:302013-05-04T22:23:26.957+05:30बनारस के अपने ही रंग हैं बनारस के अपने ही रंग हैं डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-71260772553981906302013-05-04T22:16:22.846+05:302013-05-04T22:16:22.846+05:30हा हा हा..होई गये न फोटूग्राफर!हा हा हा..होई गये न फोटूग्राफर!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-53662886804963230492013-05-04T22:06:21.614+05:302013-05-04T22:06:21.614+05:30रोचकता से लबालब..रोचकता से लबालब..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com