tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post956961366875692087..comments2023-10-30T15:17:40.771+05:30Comments on एक आलसी का चिठ्ठा ...so writes a lazy man: बँटवारे के खिलाफगिरिजेश राव, Girijesh Raohttp://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-88063767713287567972015-11-03T18:04:00.754+05:302015-11-03T18:04:00.754+05:30मन्टो के टोबा टेक सिंह जैसा हो गया ! मन्टो के टोबा टेक सिंह जैसा हो गया ! अभिषेक आर्जवhttps://www.blogger.com/profile/12169006209532181466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-10151677503212907202015-11-03T16:37:11.347+05:302015-11-03T16:37:11.347+05:30रामकोला के पंजाब मिल में हमारे साथ पढने वाले अनेक ...रामकोला के पंजाब मिल में हमारे साथ पढने वाले अनेक जूड़ा धारी मित्र रहते थे। जुलाई -८४ में मैं रामकोला छोड़कर सोहसा मठिया चला गया था। ३१ अक्तूबर के बाद रामकोला से आने वाली खबरों ने मुझे भी बहुत व्यथित किया था। अपने दोस्तों का हाल चाल लेने भी आया था मैं।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-78642468438647201592015-11-03T10:50:55.028+05:302015-11-03T10:50:55.028+05:30"................."
pranam."................."<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-956500749675211502015-11-03T09:27:27.592+05:302015-11-03T09:27:27.592+05:30सेकुलर तो कभी थे ही नहीं आप, अब इस पोस्ट के बाद से...सेकुलर तो कभी थे ही नहीं आप, अब इस पोस्ट के बाद से घोर कम्युनल जाने जाएंगे! लक्कीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-61150367540599897092015-11-01T11:25:17.445+05:302015-11-01T11:25:17.445+05:30मार्मिक संस्मरण। जमीन बंटने से पहले दिल टूटते हैं।...मार्मिक संस्मरण। जमीन बंटने से पहले दिल टूटते हैं। देवेन्द्र पाण्डेयnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3124528716864366928.post-27635258856451856882015-11-01T10:56:40.192+05:302015-11-01T10:56:40.192+05:30उस नरसंहार ने हिंदुओं के रक्षा सूत्र को तोड़ दिया। ...उस नरसंहार ने हिंदुओं के रक्षा सूत्र को तोड़ दिया। पता नहीं इसकी भरपाई कब तक हो पाएगी। :(Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.com