बरसो असाढ़ बरसो....
मुझे तो कई शब्दों को अर्थ ही नहीं पता चला
भूमा = भूमि/धरतीपियराया = पीला हो गयाबेंग = मेढकअबेर = देर सेलटजीरा = एक घासनुमा पौधाअगोरता = प्रतीक्षा करतानेह मेह = स्नेह भरा बादल
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बरसो असाढ़ बरसो....
जवाब देंहटाएंमुझे तो कई शब्दों को अर्थ ही नहीं पता चला
जवाब देंहटाएंभूमा = भूमि/धरती
हटाएंपियराया = पीला हो गया
बेंग = मेढक
अबेर = देर से
लटजीरा = एक घासनुमा पौधा
अगोरता = प्रतीक्षा करता
नेह मेह = स्नेह भरा बादल