सोमवार, 15 मार्च 2010

यहाँ थूकते जाइए

यह माला फूलों से नहीं हजार हजार के करेंसी नोटों से बनाई गई है।
जरा अनुमान लगाइए कितना रुपया !
थूकते भी जाइए।
मुझे आपत्ति नहीं होगी।  

33 टिप्‍पणियां:

  1. thoo thoo thoo.. aap par nahin Mayawati par.
    par itni currency ke durupyog par sarkar maun kyon hai?? kya yah rashtreeyata ka apmaan nahin?

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  2. बहुत बढ़िया लिखा मित्र .. थू थू उनको .....

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  3. मनगढ़ में देने के लिये इन्हीं से मांग लिया जाता. मुलायम सिंह ने अपने गांव में हवाई अड्डा बनवा लिया जनता के पैसे पर.

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  4. Mayawati par thookna bhi khud ke thook ki be-ijjati karna hai. Main nahin jaanta Uttar Pradesh ki samajhdaar janta ne kaise is aurat ko CM bana diya hai. Besharam rajnitigya ka sarvshressth udaaharan hai Mayawati.

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  5. रिज़र्व बैंक के नियमों के अनुसार इस तरह भारतीय मुद्रा का अपमान अपराध की श्रीणि मे आता है । बाकी हम क्या कहें ...

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  6. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  7. yahan thook bhi devein to kya...
    hai koi maayi ka laal poore bharatvarsh mein jo wahan thook ke aave ...??
    ek bhi...???
    hellooooo..!!!

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  8. हमारे थूक के असली हकदार तो वो लोग हैं जो बार बार ऎसे लोगों को जिताकर कुर्सी पर बिठा देते हैं....

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  9. माया महा ठगिनि हम जानी

    माई के लालों/लालियों को माया से बचना चाहिए। थूकने लगेंगे तो संसद बह जाएगी। शुरू तो कीजिए..
    हाँ पहले अपने मन से मैल निकालनी होगी।

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  10. आज हमारा पूरा देश इस समस्या से जूझ रहा है| नेता-नेत्री बस सरकारी खजाना लूट रहे हैं| यूँ कहे तो जो जहाँ है वही लूट मचाये हुए है|
    इस सन्दर्भ में बस यही कहूँगा, ऐसे लोगो को सत्ता की कुर्सी तक पहुँचाने वाले भी हम लोग ही है, तो अब आप ही सही दोषी का चुनाव कीजिये...

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  11. गिरिजेश सर, मुझे आप के लिये चिंता हो रही है। सीरियसली।

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  12. लखनऊ में रह के बहन से बैर?
    और वैसे भी काहे लाख टके के ब्लॉग पर दो कौड़ी की फोटो चेप रहे हैं...

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  13. हमारे थूक की कुछ कीमत बाकी है अभी. सॉरी, यहाँ वेस्ट न कर पायेंगे.

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  14. प्रणाम

    जिनकी आत्मा मर चुकी हो आप उसके ऊपर थूकें या कुछ भी
    (इतनी कल्पना तो आप कर ही सकते हैं.....)
    कर लें .......कोई फर्क नहीं पडेगा.......
    rhino से भी उम्दा किस्म की खाल है इनकी.....


    क्या भैया आप भी............न !

    अलसुबह ........अपने ब्लॉग पर इसका चेहरा दिखा कर मूड खराब कर दिया


    अरे आप अपने साहित्य साधना में लगे रहिये ......


    बाकी इतना तो जानते ही हैं की कुत्ते की दूम १२ साल बाद भी टेढी ही बाहर आती है ......
    इनको कोई सुधार नहीं सकता ..........

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  15. थू थू उनको... आक थू, आक थू, आक थू, आक थू, आक थू, आक थू,
    @ कोकास जी : रिज़र्व बैंक के नियमों के अनुसार इस तरह भारतीय मुद्रा का अपमान अपराध की श्रीणि मे आता है. लेकिन वो आपके और हमारे जैसे आम देश के कानून का पालन करने वाले नागरिको के लिए. ऐसे बेशर्म लोग तो कानून को जेब में रखते है और रिसर्व बैंक को खरीदने की हैसियत भी.

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  16. मेरी महाभत्सर्क टिप्पणी दर्ज करें....

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  17. मन वितृष्णा से भर जाता है यह सब देखकर।

    पता नहीं इस देश की नियति क्या है?

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  18. अफ़्सोसजनक और शर्मनाक, नंगा नाच है सत्ता का.

    रामराम.

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  19. धन एक दैवीय शक्ति है जिसे असुरों ने जीत लिया है! :(

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  20. बिलकुल सही आपने इन अजैसो पर तो थुकना ही चाहिए

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  21. आप देखते जाईये कि इसके लिए अभी इन मालावती जी को कितना केस मुकदमा का सामना करना पडता है ...मगर अफ़सोस कि पब्लिक नहीं घसीटती और न ही थूकती है इनके मुंह पर डायरेक्टली ..आदेशानुसार ...वाया आपकी पोस्ट ..addressed to mayavati ..आक थू SSSS....
    अजय कुमार झा

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  22. माया की माया निराली है। अब थूकने की बारी आपकी हमारी है। लेकिन क्या आपने या हमने सोचा है माया को ये मौका तो हमने ही दिया है। क्या अब थूक कर हम पश्चाताप कर रहे हैं।

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  23. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  24. मायावती जी के पीछे नाहक ही पड़ रहे हो उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया कम से कम जो केंद्र सरकार में दिल्ली में बैठे है उनसे तो फिर भी कम है. मायावती पर थूक कर दिल्ली में कांग्रेस मैं बैठे बहुत बड़े बड़े थूकदान में थूकते तो ज्यादा बढ़िया होगा और ज्यादा थूको गे तो नाहक ही पेट का हाजमा ख़राब होजायेगा.
    माया का पैसा देश का देश में ही है परन्तु जो कुओत्राची के माध्यम से देश से बहार पैसा लेगाए और जो विदेशी देश की सत्ता पर काबिज होकर उसमें सड़ांध पैदा कर रहे है उस से तो मायावती जी लाख गुना ठीक है.
    बहेन जी को नमन है.

    parshuram27.blogspot.com/

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