शुक्रवार, 14 अक्टूबर 2011

कुछ गँवार चित्र


hirnakassap
उल्टा लटका 'हिरणाकस्सप'
hath_ka_dam
देखु हमरे हाथ के दम!
guruwon_ki_nazar

गुरुजी अउर उस्तादजी दुन्नू देखें  

कौन दाँव लगी?
ab_kya_karoon
दाँव त अटक गइल! अब का करीं?
amma_ki_bagiya_boda
अम्मा के कोला - बोड़ा
amma_ki_bagiya_karaili
अम्मा के कोला - करैली 
kanail
इनरा पर के कनइल - फुलै फूल  
mehdi

फुलाइल मेंहदी बाबा के दुआरे! 

 असो क गो बेटी बिदा होइहें रे?  
nabh_men_sona

सासू अम्मा का आसमान 
सोना छिटका बादल सँवार,  विदाई में क्या मिलेगा?
asaman_ki_or

पपीते पर फैली घेंवड़े की बेल 
            देखें कौन पहले नभ छूता है?
दशहरे की छुट्टियों में इस बार गाँव अकेला गया। मोबाइल से खींचे गये कुछ चित्र पोस्ट कर रहा हूँ। बड़ा देखने के लिये चित्रों पर क्लिक कीजिये।

13 टिप्‍पणियां:

  1. लगता है पर्व-त्योहार पर गाँव का पूर्णानन्द उठाया गया है। मिस्सी की रोटी और बथुये का साग? घेंवड़ा और बोड़ा क्या होता है?

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  2. घेंवड़ा - नेनुआ, गलका, तोरी, तरोई(हमलोगों के यहाँ तरोई दूसरी सब्जी को बोलते हैं।)

    बोड़ा - लोबिया

    अभी बथुये का सीजन नहीं आया।

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  3. घेवड़ा , बोड़ा ... सब्जियों के ये नाम फिर से याद आये !
    सुन्दर चित्र!

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  4. हमारे घर के हाते में भी बाबू करेला, बोदा, लौकी, तोरई, बैंगन, टमाटर उगाते थे. आपने घर की याद ताजा कर दी. चित्र से भी ज्यादा अच्छे शीर्षक हैं.

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  5. इस बार घोरठ वालों ने दंगल का नेवता नहीं दिया। हम बाद में जान पाये कि दंगल हुआ था, नहीं तो जरूर आये होते। वैसे अच्छा ही हुआ, कुछ रुपये बच गये। :)

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  6. बहुत दिन बाद किसी को बोड़ा (हम लोग बोड़ो कहते हैं) कहते सुना!!

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  7. चित्र तो कलै देख लिया था, मुदा हम मेहनी पर मोहित भये :)

    यहां मुम्बई में भी एक मेहंदी का झुरमुटा बहुत ही आकर्षित करता है। फूले होने पर उसकी एक खास महक होती है जिससे आकर्षित हो मैं अक्सर सड़क की पटरी बदल कर मेंहदी के झुरमुटे के नीचे से गुजरता हूँ :)

    गाँव में भी मेरे घर एक मेहंदी थी। जब कभी मिंयाने से लड़कियाँ मेहंदी के पत्तें खोंटने( तोड़ने) आती थी, पता चल जाता था कि किसी के यहां ब्याह पड़ा है। रात में जब हवा चलती तो उसकी भीनी भीनी महक आसपास के घरों में पहुँचती थी। वैसे भी गाँव में अगरबत्ती, साबुन, तेल, फूलों की महक आदि बड़ी दूर तक पहुंचते है। यहां शहरों में तो साला कितना भी गमकौआ सेन्ट हो, जैसे सब जड़ हो जाते हैं।

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