मुठभेड़ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
मुठभेड़ लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 18 जून 2009

श्रद्धांजलि : मुठभेड़ अभी जारी है (अद्यतन किया गया 20/06/09)

यह पोस्ट उन पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए जो चित्रकूट जिले में पिछले दिनों घनश्याम केवट डकैत गैंग के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए।

_____________________________
श्रद्धांजलि:

एस ओ जी जवान शमीम
कंपनी कमाण्डर बेनी माधव सिंह
गनर इक़बाल अहमद
जवान बीर सिंह
_____________________________


ये पुलिस वाले
- सड़ती हुई लावारिस लाश का पोस्टमार्टम करा उसका अंतिम संस्कार करते हैं।
- धूप, बारिश, कड़ाके की ठंड में गस्त लगाते हैं, ट्रैफिक संभालते हैं।
- दंगों में अपने ही लोगों से जीवन मृत्यु की लड़ाई लड़ते हैं।
- ये हैं इसलिए हम आप घरों में सुख से सो पाते हैं।

उनको कोसने के पहले जरा उनके कार्य के वातावरण और उसकी संवेदनशीलता को जानें और परखें। जरा सोचें कि अपने घर परिवार के साथ कितना 'क़्वालिटी टाइम' ये बिता पाते हैं !
ये वीर आप की सहानुभूति और संवेदना की दरकार रखते हैं। विश्वास नहीं होता ? एक बार कर के देखें !
-----------------------------------------------------------------------------

दस्यु मारा गया। कुल चार जाबांजों की बलि लेकर ।

" मुठभेड़ अभी जारी है" पंक्ति नहीं हटा रहा हूँ। यह तो निरंतर चलना है. . .