प्रस्तावना:
पिछ्ली पोस्ट में मैंने एक फोटो लगा कर उसके किसी ब्लॉगर का फोटो होने की सम्भावना के बाबत पूछा था। अभी पर्याप्त उत्तर आ गये हैं (इससे अधिक मेरे ब्लॉग पर आते भी नहीं :)। अब खुलासा करते हैं।
अपनी गम्भीर छवि (;) हा,हा,हा!) के विपरीत मैं चेहराकिताब (facebook अनुवाद साभार - योगेन्द्र सिंह शेखावत) पर मित्रों को यूँ ही कोंचा करता हूँ। मित्र लोग भी खूब आनन्द लेते हैं। एक नमूना देखिये:
उसी दिन नीरज बसलियाल (उत्तम श्रेणी के बिलागर हैं, काँव काँव करते हैं लेकिन कम। अधिकतर कबाड़ते रहते हैं) का स्टेटस दिखा और मुझे उसमें कबीर टाइप उलटबाँसी दिखी सो 'कोंच दिया' अपनी इस्टाइल में। उनका उत्तर देखने के लिये नीचे ताकिये:
(प्रस्तावना समाप्त)
मैंने पोस्ट लगा कर आप सबसे पूछ ही लिया। 10 मिनट के अन्दर ही सतीश सक्सेना जी का सटीक गेसनुमा उत्तर आ गया:
सतीश सक्सेना ने कहा…
सिगार के साथ अनुराग शर्मा ??? .....
रविवार, १ मई २०११ ७:५९:०० अपराह्न IST
कुल मिला कर चार सही उत्तर आये:
निशांत मिश्र - Nishant Mishra ने कहा…
अनुराग शर्मा
रविवार, १ मई २०११ ९:४६:०० अपराह्न IST
अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने कहा…
फोटू स्मार्ट क् है:)
रंजना ने कहा…
इन चारो में से एक ने मौसम को देखते हुये पुरस्कारों की माँग कर दी जिसे मैंने 'प्रायोजकों की दिल्ली प्रकरण के बाद नाराज़गी' कारण बताते हुये चलता किया लेकिन सम्मान तो बाँटे ही जा सकते हैं। तो प्रस्तुत है ब्लॉगर समारोग समारोह (ताड़िनी शास्त्र के अनुसार सम्मान+रोग = समारोग):
_____________________ 1. निगाह-ए-अव्वल सम्मान - सतीश सक्सेना 2. निगाह-ए-मुकम्मल सम्मान - निशांत मिश्र, अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, रंजना सिंह 3. निगाह-ए-बेखुदी सम्मान - अनुराग शर्मा (उनकी टिप्पणियाँ देखें:
Smart Indian - स्मार्ट इंडियन ने कहा…
पहचान तो इस पर तय करेगी कि असली ब्लॉगर का क्या कुछ बचा है चित्र सम्पादन के बाद।
रविवार, १ मई २०११ ८:१७:०० अपराह्न IST
Smart Indian - स्मार्ट इंडियन ने कहा…
... सिगार से तो कोई कास्ट्रो/क्रांति प्रेमी लग रहे हैं।
रविवार, १ मई २०११ ८:१८:०० अपराह्न IST )
________________________________________________
4. निगाह-ए-खुशी सम्मान - दीपक बाबा (टिप्पणी - :)
पिछ्ली पोस्ट में मैंने एक फोटो लगा कर उसके किसी ब्लॉगर का फोटो होने की सम्भावना के बाबत पूछा था। अभी पर्याप्त उत्तर आ गये हैं (इससे अधिक मेरे ब्लॉग पर आते भी नहीं :)। अब खुलासा करते हैं।
अपनी गम्भीर छवि (;) हा,हा,हा!) के विपरीत मैं चेहराकिताब (facebook अनुवाद साभार - योगेन्द्र सिंह शेखावत) पर मित्रों को यूँ ही कोंचा करता हूँ। मित्र लोग भी खूब आनन्द लेते हैं। एक नमूना देखिये:
उसी दिन नीरज बसलियाल (उत्तम श्रेणी के बिलागर हैं, काँव काँव करते हैं लेकिन कम। अधिकतर कबाड़ते रहते हैं) का स्टेटस दिखा और मुझे उसमें कबीर टाइप उलटबाँसी दिखी सो 'कोंच दिया' अपनी इस्टाइल में। उनका उत्तर देखने के लिये नीचे ताकिये:
उनके दिये लिंक पर गया तो दंग रह गया। वहाँ जो फोटो था वह हिन्दी ब्लॉग जगत के एक जाज्वल्यमान(कृपया अर्थ के लिये शब्दकोष देखें। न मिले तो शब्द सम्मिलित करने की सलाह इस ब्लॉग का सन्दर्भ देते हुये प्रकाशक को भेज दें) नक्षत्र के जैसा दिखता था। मैं अपनी इस नज़र पर बहुत प्रसन्न हुआ। मैंने तुरंत नीरज जी से बात बताई तो उन्हों ने दाँत दिखाने वाला चिह्न चैट पर लगा दिया। मैंने कहा कि इसे ब्लॉग पर लगा कर तपास करता हूँ। इस पर उन्हों ने वादा किया कि वह हस्तक्षेप नहीं मतलब कि टिप्पणी नहीं करेंगे।
असल में मैं उन टाइप के लोगों के साथ हीनभावना का शिकार हो जाता हूँ जो टटका पैदा हुये बच्चे के भी नाक, नयन नक्श देख पापा, पापी, नाना, नानी, बाबा, बाबी वगैरह के अंगों से साम्यता दिखाने लगते हैं जब कि मुझे कुछ बुझाता ही नहीं :(
वयस्क व्यक्ति का ही सही दूसरी बार (पहली बार वाला फिर कभी बताऊँगा ;)) मैंने चेहरे की साम्यता को साफ पहचाना था इसलिये हीनभावना से मुक्त होकर पोस्ट करने को खासा उत्साहित था।(प्रस्तावना समाप्त)
मैंने पोस्ट लगा कर आप सबसे पूछ ही लिया। 10 मिनट के अन्दर ही सतीश सक्सेना जी का सटीक गेसनुमा उत्तर आ गया:
सतीश सक्सेना ने कहा…
सिगार के साथ अनुराग शर्मा ??? .....
रविवार, १ मई २०११ ७:५९:०० अपराह्न IST
कुल मिला कर चार सही उत्तर आये:
निशांत मिश्र - Nishant Mishra ने कहा…
अनुराग शर्मा
रविवार, १ मई २०११ ९:४६:०० अपराह्न IST
फोटू स्मार्ट क् है:)
अनुराग शर्मा (स्मार्ट इंडियन)...???
_____________________
Smart Indian - स्मार्ट इंडियन ने कहा…
पहचान तो इस पर तय करेगी कि असली ब्लॉगर का क्या कुछ बचा है चित्र सम्पादन के बाद।
रविवार, १ मई २०११ ८:१७:०० अपराह्न IST
Smart Indian - स्मार्ट इंडियन ने कहा…
... सिगार से तो कोई कास्ट्रो/क्रांति प्रेमी लग रहे हैं।
रविवार, १ मई २०११ ८:१८:०० अपराह्न IST )
________________________________________________
4. निगाह-ए-खुशी सम्मान - दीपक बाबा (टिप्पणी - :)
5. शब्द कंजूसी सम्मान - प्रवीण पाण्डेय (इनकी टिप्पणियों में शब्दों की किफायत उल्लेखनीय होती है। पिछ्ली पोस्ट पर भी है। अब तक इनके द्वारा यहाँ की गई 106 टिप्पणियों में कुल शब्दों की संख्या प्राचीन काल में मेरे द्वारा की गई किसी एक टिप्पणी की शब्द संख्या से कम होगी।)
6. साईं सम्मान - विचार शून्य (जिस तरह से साईं लोग शून्य से वस्तुयें उत्पन्न कर देते हैं वैसे ही यह सज्जन विचार उत्पन्न करते हैं। पुरस्कार सम्भावना खारिज करने के बाद सम्मान आइडिया इन्हीं की टिप्पणी से आया। पिछली पोस्ट पर इनकी टिप्पणी देख सकते हैं। कितना कंट्रास्ट है दो पांडेयों में!) 7. परम ज्ञानी सम्मान - राज भाटिया (इन्हों ने फोटो में वास्तव में जो व्यक्ति है, उसके बारे में पर्याप्त संकेत दे दिये। Groucho Marx) 8. निगाह-ए-बौराना सम्मान -
नीरज जाट, Pradeep, अरविन्द मिश्र, मनोज कुमार, किशोर चौधरी 9. सक्रिय नवोदित टिप्पणीकार ब्लॉगर सम्मान - आशुतोष 10. बजरलंठ सम्मान - स्वयं जिन ब्लॉगरान को पहले सम्मान मिल चुके हों वे रोग की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुये पुराने सम्मान वापस कर दें। जिन्हें पहली बार कोई सम्मान मिल रहा हो वे मुझे दुआयें दें कि मैं ऐसे ही ब्लॉगरी में सन्नद्ध रहूँ और सम्मान उइ! रोग बाँटता रहूँ।
(इति सम्मान समारोग) सभी नेताओं, पत्रकारों और ब्लॉगरों से क्षमाप्रार्थना के साथ साम्यता दर्शाने वाला चित्र प्रस्तुत है।
इस पोस्ट से स्मार्ट इंडियन या नीरज बसलियाल का कुछ लेना देना नहीं है। किसी भी गलतफहमी के लिये दोनों स्वयं जिम्मेदार होंगे।
नीरज जाट, Pradeep, अरविन्द मिश्र, मनोज कुमार, किशोर चौधरी
(इति सम्मान समारोग)
इस पोस्ट से स्मार्ट इंडियन या नीरज बसलियाल का कुछ लेना देना नहीं है। किसी भी गलतफहमी के लिये दोनों स्वयं जिम्मेदार होंगे।
मैने इन तीनो भाईयो की फ़िल्मे देखी हे, इस लिये झट से पहचान गया था,
जवाब देंहटाएंसतीश सक्सेना जी को वा अन्य विजेताओ को बधाई
पोस्ट पढ़ते पढ़ते जब ब्लॉगर समारोग और सम्मान में अपना नाम देखा तो बरबस मुस्कान आ गयी कि चलो भैया बिल्ली के भाग से छींका टूटा !
जवाब देंहटाएंकम से गिरिजेश राव मूड में हैं ! दो दिन बाद आज नींद बढ़िया आएगी :-)
-शब्द कंजूसी पुरस्कार :-) ...प्रवीण पाण्डेय जी मार ले गए हा...हा....हा...हा.....
- और यह निगाहें बौराना ....हा...हा...हा...हा..... और ज्यादा प्यार करो गिरिजेश राव को :-))
मैं तो भागूं अपना सम्मान लेकर ...कहीं बापस न मांग लिया जाये !
US ने पाकिस्तान में अल-कायदा को Poke कर दिया है अब अल-कायदा के "Poke back" का इंतज़ार है |
जवाब देंहटाएंPS: 'ध्यान' से देखिये चेहरा किताब पर पोक का आईकॉन भी, वो ऊँगली कर रहा है परन्तु कहाँ ये साफ़ नहीं हो पा रहा है |
मोगाम्बो खुश हुआ कि नहीं, पता नहीं मगर निगाह-ए-बेखुदी सम्मान पाकर हम धन्य हुए। बाकी सभी पुरस्कार विजेताओं, पुरस्कार-देताओं को बधाई। पुरस्कार क्रेताओं और विक्रेताओं के बारे में हम कुछ नहीं कहेंगे - नॉन डिस्क्लोज़र साइन किये हैं भाई - कानूनी बन्धन हो जाता है।
जवाब देंहटाएं(PS: यह पोस्ट मिलाकर इंटर्नैट पर अब तक हमारे ज़िक्र वाली पोस्ट का नम्बर 46391 हो गया है)
सतीश भाई मैं आगे तैयार खड़ा हूं। बतलाओ कितने में बेचोगे इस सम्मान को मतलब सम्मान का नकदीकरण करवा लीजिए। लादेन के जाने से सेंसेक्स गिर रहा है, फिर कोई नहीं पूछेगा इस सम्मान को। वैसे सम्मान में कितना माल, कितना नकद (जिससे बढ़ता है सम्मानित होने वाले का कद) मिला है और हां, किसी से डर कर अपना सम्मान वापिस मत छोड़ जाना। मियां, जब सम्मान लिया है तो थोड़ी हिम्मत भी तो रखो, सही को सही और गलत को लत कहने की। मेरा थैला कब लौटाय रहे हो।
जवाब देंहटाएंएक ठो अवार्ड हमहुं दे दिए होते। भाई भाई वाद में कोनो बुराई थोड़े ही है। मेरे मनमितवा।
जवाब देंहटाएंये समारोग अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएं@ स्मार्ट इंडियन ,
जवाब देंहटाएंहम पर कोई आरोप न लगाये.... बाई गोड गिरिजेश राव को कोई पैसा नहीं दिया गया !
बेचारे अजीत वडनेरकर यहाँ भी रह गए :-(
कोई उन्हें सांत्वना पुरस्कार भी नहीं देता!
मैं पुरस्कार(तथा दीगर प्रियतम वस्तुओं को ..) शेयर नहीं करता इसलिए सखेद वापस!
जवाब देंहटाएंबाकी उन का मुझे मेल आया था जिसमें पोक शब्द की व्याख्या का लिंक था ...ये रहा ..
"सुप्रभात,
मैंने poke का मतलब oxford डिक्शनरी में देखा था, तो वहाँ 'किसी को चिढ़ाने के लिए कोंचना' मिला था. poker माने 'जलता हुआ कोयला हिलाने वाली डंडी' इससे भी यही अर्थ समझ में आता है.
लेकिन आज online शब्दकोष में देखा तो इसके और भी अनेक अर्थ दिखे. शायद इसीलिये गिरिजेश जी को कन्फ्यूज़न हुआ हो.
ये रहा लिंक http://www.shabdkosh.com/s?e=poke&f=0&t=0&l=ही"
आप और सतीश सक्सेना जी इन दिनों अपनी सृजनात्मकता के परम पर चर्मानंद (चरम नहीं -चर्म आनंद ) की तुरीयावस्था में है ..
इसलिए अभी फूटते हैं ....
मजेदार पोस्ट।
जवाब देंहटाएं@ अविनाश वाचस्पति,
जवाब देंहटाएंजैसे तैसे एक सम्मान मिला है वह भी आपको बेंच दूं ....पागल समझा है क्या ?
वैसे अगर कोई आपको बेंचने की सोंचे भी तो कित्ता माल दोगे यह बताओ ? थैला रख आये लाकर में और नाम हमारा लगाय रहे हो :-(
वह काला थैला कहाँ रखा है ...दोस्तों पर भरोसा करो यार ??
परमप्रिय गिरिजेश राव भाई जी ,
जवाब देंहटाएंयह अरविन्द मिश्र जी हम लोगों की तारीफ़ कर रहे हैं या मज़ाक उड़ा कर भाग गए :-( ???
काले थैले के बारे में आप लोग विस्तार से बात कर सकते हैं, यहाँ कोई दीवारें थोडे ही हैं जिनके कान हों।
जवाब देंहटाएंवाह भाई , सतीश जी को ढेरों बधाइयां , इन्हें अभी फोन करके पार्टी की बात करता हूँ . इस जमाने में सम्मान मामूली बात नहीं है. इनकी वजह से हम लोग सम्मान से कयिउ सीढ़ी नीचे रह गए. तब भी चलो 'मकम्मल' हैं , ई का कम है.
जवाब देंहटाएंसमारोग बढ़िया लगा. एहिजा बढ़िया पोंके आप , सोरी पोके !
प्रवीण जी भी बड़े बेकार मनई हैं , समीर जी को वंचित कर दिए सम्मान से :)
सतीश जी द्वारा इस निर्मल हास्य से सम्बद्ध एक कविता देखने की मनोकामना पनप गयी, देखिये हमहूँ पोंक दिए सोरी पाक दिए :)
@Smart Indian -..और आँख खोल कर चलना बहुत कम लोगों को आता है....(लाईन अधूरी लगी थी मुझे..)
जवाब देंहटाएंकाफी मिर्च-मसाला है यहाँ तो :-o
जवाब देंहटाएंडॉ अरविन्द मिश्र ने अपना सम्मान " निगाह ए बौराना " बापस कर दिया ....
जवाब देंहटाएंसजा स्वरुप इन्हें कोई और भयंकर पुरस्कार चेंप दिया जाए ! मेरी इस प्रार्थना पर जूरी सावधानी और ओबामा जैसी गंभीरता से गौर फरमाए और दस्तखत करे ! इस निन्दासी और आलसी जूरी में अनुराग शर्मा के अलावा और कौन कौन हैं ??
हा हा हा .... "निगाह-ए-अव्वल सम्मान" नाम सुन कर ही मज़ा आ गया!!!! :-)
जवाब देंहटाएंऐसे जानो-पहचानो टाइप के पोस्टों में पुरस्कारों की संख्या बढ़ाई जाय मसलन 'जानो-पहचानो' पुरस्कार की बजाय एक पुरस्कार मिले - 'जान गये' पुरस्कार....दूसरा हो 'पहचान गये' पुरस्कार :)
जवाब देंहटाएं"निगाह-ए-अव्वल सम्मान" ... बहुत धाकड़ सा सम्मान है ... लेने में भी मज़ा आ जाए ...
जवाब देंहटाएंनिगाह-ए-बेखुदी... अनुराग जी आप तो ऐसे ना थे .... ये कैसे हुवा ....
निगाह-ए-खुशी सम्मान - दीपक बाबा (टिप्पणी - :)
जवाब देंहटाएंआचार्य..... वाकई पुरस्कार ने खुशी से भर दिया......
अब ये बताइये के पुरस्कार लेने लखनऊ आना पड़ेगा .....या फिर रहरपुर :)
puraskaar par puraskar jaha dekho waha puraskar...........
जवाब देंहटाएंjai baba banaras..............
सतीश सक्सेना जी को वा अन्य विजेताओ को बधाई....
जवाब देंहटाएंहम रह गये? :)
अच्छा घोदा (पोक) किया।
जवाब देंहटाएंसभी को बधाई!!
______________________
सुज्ञ: ईश्वर सबके अपने अपने रहने दो
महाराज तनिक सम्मान देने की सूचना देते हुए पोकियाए देते तो हमें हमेशा की तरह हर बात की खबर सबसे आखिर में ना होती.
जवाब देंहटाएंपोस्ट चकाचक/बमचक है (शब्दाभार (?) सतीश पंचम).
पोक हमारे दफ्तर में एक सूजा है मोटा सा जिससे कागजों में छेद करते हैं. घर में हम पोंकना कहते हैं जब उंगली से किसी चीज़ को भेदते हैं.
bade ajib ajib purskar hai :) bahut bahut badhai...........
जवाब देंहटाएंहमको कुछो नहीं ?
जवाब देंहटाएंहम अपने को बधाई दे लेते हैं भला हुआ जो देर से आये :)
अमां ये कैसा पुरस्कार समारोह है, कोई रूठा ही नहीं अब तक? नाक कटवाकर ही मानेंगे ब्लॉगर्स की।
जवाब देंहटाएंसपरिवार original साईं का भक्त हूँ परन्तु सत्य साईं की तरह इसी स्थूल जगत से विचार खोज कर बड़ी ही अकुशलता से परोसता हूँ और गुणी जन मानते हैं की शुन्य से विचार प्रकट कर दिए.
जवाब देंहटाएंसभी जन प्रेम से बोलें साईं महाराज की जय.
अब अत्यंत आदरभाव के साथ इस पुरस्कार को ग्रहण करता हूँ.
@ संजय @मो सम कौन ,
जवाब देंहटाएंडॉ अरविन्द मिश्र ने पुरस्कार अस्वीकार कर परम्परा का निर्वाह किया है , कृपया उनकी टिप्पणी देखें.... :-)
आपकी पोस्टें अपने आप में इतनी रोचक व पूर्ण होती हैं कि अधिक कहने के लिये कुछ बचता नहीं हैं। सम्मान प्रकट करने के प्रयासवश कम शब्दों की मर्यादा निभाते हैं।
जवाब देंहटाएंआपके द्वारा दिया सम्मान सहर्ष स्वीकार है, भविष्य में विचार प्राकट्य अधिकाधिक होगा।
सतीश सक्सेना जी:
जवाब देंहटाएंहमारा प्वाईंट तो रूठने की परंपरा कायम रखने से था जी। हम अपनी परंपरायें भूल रहे हैं:)
वाह जी वाह - क्या बात है... सम्मान तो खूब बंटे - यह तो "आई पी एल" की बोली हो गयी - अगली कॉम्पीटिशन कब है ?
जवाब देंहटाएंand - @praveen pandey ji - प्रवीण पाण्डेय जी - ज्यादा कुछ ना कहिब .... गिरिजेश जी तो आपको एंवई पोक करे रहिब .....
:)
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएं.महोदय,
जवाब देंहटाएंआपके इस आयोजन से परिचित हुआ,
आपको निग़ाह-पैनी के इनाम के लिये चुन लिया गया है ।
पुरस्कार प्राप्त करने के लिये कृपया निगाह फाउंडेशन से शीघ्र सम्पर्क करें ।
धन्यवाद !