गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

हिन्दी ब्लॉगरी की दशकोत्सव यात्रा - 5 [नौ गम्भीर]

पिछले से आगे...

पहले अश'आर बोलने का नुस्खा!
Anurag Sharma उवाच
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मुंह में ज़र्दे वाला पान घोलकर बोलिए आ,फिर ज़रा (जरा नहीं वरना क़यामत हो जाएगी) रुकिए फिर बोलिए शआर, उसके बाद पान को बगल में थूक दीजिये, तब बनेगा खालिस अ'शआर
... और कहीं गलती से पिलूरल कर दिया तो शेर में तब्दील हो जाएगा ...
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फेसबुक पर यात्रा जारी है। ऊपर का नुस्खा भी वहीं से आयातित है
आज नौ गम्भीर ब्लॉग ब्लॉगर। इन नगीनों से हिन्दी ब्लॉगरी गौरवान्वित है।  
 

36 गढ़ की धरती ब्लॉगरी के लिये बहुत उपजाऊ है! राहुल सिंह के गम्भीर शोधपरक आलेख एकदम कसे बसे और नयी जानकारियों से भरे होते हैं। ब्लॉग जगत के जो कुछ जन अकादमिक गरिमा रखते हैं उनमें राहुल जी शीर्षस्थ हैं। इनके ब्लॉग का नाम है 'सिंहावलोकन' तो श्लेष बनता है, एक अर्थ में कुलनाम से संगति और दूसरे अर्थ में सिंह की प्रसिद्ध चाल जिसमें वह चलते हुये रह रह पीछे देख लेता है। अपने संस्मरणों को राहुल सिंह वैसे ही देख कर सबके सामने रख देते हैं।
इनके विषय हैं संस्कृति, लोक कला और पुरातत्त्व और सिंहावलोकन को यूँ बताते हैं 'आगे बढ़ते हुए पूर्व कृत पर वय वानप्रस्‍थ दृष्टि'। ललित गद्य भी बहुत अच्छा लिखते हैं।
देखिये एक पत्र का नमूना। पूरा ब्लॉग ही ऐसी जाने कितनी अछूती बातों पर लेखन से भरा हुआ है।
http://akaltara.blogspot.in/2013/01/blog-post.html

कविता, आलोचना, पुरातत्त्व, ज्ञान विज्ञान, पास पड़ोस सब पर समान अधिकार और उत्कृष्टता के साथ लिखने वाले शरद कोकास की ब्लॉगीय चुप्पी अब अखरने लगी है। आशा है कि पुकार सुनेंगे Sharad Kokas इनके ब्लॉग लिंक यहाँ मिल जायेंगे:
http://www.blogger.com/profile/09435360513561915427

उत्कृष्ट विश्व साहित्य अनुवाद, कवितायें, फिल्म, संगीत, फोटोग्राफी आदि विविध विषयों के कबाड़ी पाये जाते हैं अशोक पांडे के ब्लॉग कबाड़खाना पर। फुलाये फूलों, पसीजते प्रेम, उखड़ी उदासी, बुलाती प्रकृति के गद्य और काव्य यहाँ प्रचुर हैं। कभी कभी तो सन्दर्भ ब्लॉग सा लगता है। कोई आश्चर्य नहीं कि 910 जनों ने इससे स्वयं को जोड़ रखा है।
http://kabaadkhaana.blogspot.in/

दक्षिण के हिन्दी अध्येता हैं पा.ना. सुब्रमणियन। गाते हैं राग मल्हार - पुरातत्त्व, मुद्राशास्त्र, इतिहास, यात्रा आदि पर। http://mallar.wordpress.com इनके ब्लॉग पर ऐसे ऐसे स्थलों के रोचक और ज्ञानवर्द्धक विवरण मिलेंगे कि आप दंग रह जायेंगे - भारत में ऐसा भी है!
चुपचाप उत्कृष्ट रचनाकर्म में रत ये उन जनों में से एक हैं जिनके कारण हिन्दी ब्लॉगरी समृद्ध है। पढ़िये आदि शंकर की एक 'और' जन्मस्थली के बारे में:
आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली और भी है!

'हिन्दी वालों' से रूठे साहित्यकार उदय प्रकाश का हिन्दी ब्लॉग UDAY PRAKASH लगभग डेढ़ वर्ष से चुप है। निर्वासन जैसी बातें करते ये पाठकों के प्रेम पर निहाल होते हैं। फेसबुक पर खासे सक्रिय हैं। प्रतिष्ठित कथाकार हैं, कई भाषाओं में अनुवादित भी! ब्लॉग जगत वाली एक विशेष आत्ममुग्धता इन पर भी छायी दिख जाती है।
पढ़िये कि ये आदिवासी हैं:
http://uday-prakash.blogspot.in/2011/07/blog-post.html

कविता, साहित्य, ललित गद्य, राजनीति, वाद प्रतिवाद, सम सामयिक मुद्दों पर लिखते हैं और प्रसिद्ध व्यक्तियों की रचनाओं से भी परिचय करवाते हैं कम्युनिस्ट बनारसी ब्लॉगर रंगनाथ सिंह। इनका ब्लॉग है 'बना रहे बनारस'।
पढ़िये मुक्तिबोध पर हरिशंकर परसाई का संस्मरण:
http://www.banarahebanaras.com/2013/01/blog-post_6729.html

कम लिखने वाले सौरभ मालवीय अपने ब्लॉग सुमन सौरभ पर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को केन्द्र में रख कर लिखते हैं।
http://sumansourabh.blogspot.in/

संगणक, मुक्त सॉफ्टवेयर, लिनुक्स, तकनीकी, ग़ैजेट, इंटरनेट हिन्दी, व्यंग्य, कहानियाँ  एवं मुफ्त डाउनलोड जैसे विशाल परास पर रचना संसार है रविशंकर श्रीवास्तव उर्फ रवि रतलामी का। इनका ब्लॉग है छींटे और बौछारें
इनसे बस एक अनुरोध है कि अपने ब्लॉग का कलेवर बदलें। हम जैसे सौन्दर्य प्रेमी यहाँ पहुँच कर गड़बड़ा जाते हैं!  

अजय ब्रह्मात्मज अपने ब्लॉग चवन्नी चैप पर हिन्दी फिल्मों के बारे में हिन्दी में लिखते हैं और परिचय अंग्रेजी/रोमन में यूँ देते हैं:
i am a common audience of hindi cinema.critics and film industry call me CHAVANNI CHAP.i love this name.visit me to know my views. aur haan...yahan se aap apne pasandida sitaron aur filmon ki duniya mein seedhe ja sakte hain.to der kis baat ki..abhi click karen..aur bar-bar aayen. (और हाँ...यहाँ से आप अपने पसन्दीदा सितारों और फिल्मों की दुनिया में सीधे जा सकते हैं. तो देर किस बात की..अभी क्लिक करें..और बराबर आयें.)

(नोट : ब्लॉग क्रम का श्रेष्ठता कोटि से कोई सम्बन्ध नहीं है)

12 टिप्‍पणियां:

  1. बेशक,आप सभी नौ सम्मानीय ब्लोगर ब्लॉग जगत के नवरत्न हैं .
    जिनसे हिंदी ब्लोगरी समृद्ध है .

    आभार.

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  2. .
    .
    .
    हाँ, आज के नौ गम्भीर ब्लॉग ब्लॉगर वाकई ब्लॉगवुड को समृद्ध कर रहे हैं...


    ....

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  3. बढ़िया है बाबा. इनमें से कुछ ब्लॉग को मैं नियमित पढ़ती थी. इस बीच थोड़ा छूटा हुआ है.

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  4. ये सच में नवरत्न हैं ब्लाग जगत के

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  5. निश्चित ही ये महानुभाव हिंदी ब्लॉग जगत के गम्भीर नवरत्न है। परख परिश्रम के लिए बधाई!! और यहाँ साझा करने के लिए आभार!!

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  6. इस श्रमसाध्य काम के लिए धन्यवाद!

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