आप साथ हैं तो क्या गड़बड़ हो सकता है? गुरुओं की छाँव तो वही होती है - चन्दन तरु हरि संत समीरा :) यात्रा जारी है, रहेगी। बस यायावर रुक रुक तसल्ली के साथ देखता दिखाता चलेगा।
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ताजा घटनाक्रम पर शुभेच्छुओं की बेचैनी समझ रहा हूँ कि मुझे कुछ करना चाहिये। मुझे इससे बेहतर कुछ नहीं सूझा :)
जवाब देंहटाएंक्या हुआ? कोणार्क सूर्य-मंदिर की यात्रा जारी रखिए। अंधेरा भाग जाएगा।
हटाएंआप साथ हैं तो क्या गड़बड़ हो सकता है? गुरुओं की छाँव तो वही होती है - चन्दन तरु हरि संत समीरा :)
हटाएंयात्रा जारी है, रहेगी। बस यायावर रुक रुक तसल्ली के साथ देखता दिखाता चलेगा।
रुके इसलिये हैं कि तोरू की विलक्षण कविता के अनुवाद का आनन्द बाँट कर आगे चलें। एक अद्बुत प्रतिभाशाली युवा भावानुवाद कर रहे हैं।
हटाएंहम प्रतीक्षा कर रहे हैं उस भावानुवाद की!
हटाएंकाले पृष्ठों पर उजली सियाही खूब चलेगी।:)
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